लखनऊ (ब्यूरो)। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उप्र के आह्वान पर बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं ने गुरुवार रात 10 बजे से सांकेतिक हड़ताल शुरू कर दी है, इसको लेकर मध्यांचल डिस्कॉम प्रशासन की ओर से निर्बाध बिजली सप्लाई के लिए प्लान तैयार कर लिया गया है साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैैं। जिसके माध्यम से उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

ये नंबर हुए जारी

कंट्रोल रूम सीयूजी नंबर: 9415099256, 8004011536

दूरभाष: 0522-2209627

कोई भी कर्मचारी प्रतिभाग न करे

प्रबंध निदेशक मध्यांचल द्वारा उपरोक्त प्रस्तावित हड़ताल के दृष्टिगत 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्रों के परिचालन एवं एचटी एवं एलटी लाइनों के मेंटीनेंस कार्य के लिए कुशल-अकुशल संविदाकर्मियों की उपलब्धता के संबंध में निगम से संबद्ध विभिन्न एजेन्सियों को निर्देशित किया गया है कि वह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित करें कि प्रस्तावित आंदोलन में उनकी फर्म द्वारा अनुबंधित कोई भी कर्मचारी प्रतिभाग ना करें। यदि कोई संविदाकर्मी आंदोलन में प्रतिभाग करता पाया जाता है तो उसकी तत्काल सेवा समाप्त करते हुए उसके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया जाये तथा तत्काल ऐसे कर्मियों को अनुभवी एवं कुशल कर्मियों से रिप्लेस कर दिया जाए। प्रबंध निदेशक मध्यांचल द्वारा निगम के सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक से भी सहयोग हेतु अनुरोध किया गया है।

ये अधिकारी नामित किए गए

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के निर्देशन में मध्यांचल के क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न जिलों में आपात बिजली निर्बाध व्यवस्था प्लान तैयार किया गया है। जिसके क्रम में प्रबंध निदेशक मध्यांचल द्वारा सभी क्षेत्रीय मुख्य अभियंता (वितरण) को निर्देशित कर दिया गया है कि उनके स्तर से तत्काल निम्न अधिकारियों को नामित किया गया है

-वर्कशॉप नोडल अधिकारी

-स्टोर नोडल अधिकारी

-डिस्ट्रीब्यूशन डिवीजन के लिए एक अधिकारी

ये जिम्मेदारी रहेगी

नोडल अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित हड़ताल के दौरान सभी जिलों में आपात निर्बाध बिजली व्यवस्था का संचालन सुनिश्चित कराने का कार्य करते हुए परिवर्तकों की पर्याप्त उपलब्धता एवं उनके अनुरक्षण तथा संवेदशील एवं अति आवश्यक सेवाऐं जैसे।सरकारी एवं निजी अस्पताल, पेयजल आपूर्ति, आक्सीजन प्लांट एवं अन्य अति। महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों की निगरानी की जा रही है तथा वितरण हेतु मेंटीनेंस, ब्रेक डाउन अटैंड करने का कार्य भी नोडल अधिकारियों द्वारा प्राथमिकता से किया जाएगा।

कोई भी अवकाश नहीं मिलेगा

प्रबन्ध निदेशक मध्यांचल द्वारा सभी मुख्य अभियंता (वितरण) को यह भी निर्देशित किया गया कि उपरोक्त प्रस्तावित कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले किसी भी कर्मचारी एवं अधिकारी को किसी भी दशा में किसी भी प्रकार का अवकाश स्वीकृत नहीं किया जायेगा अन्यथा की स्थिति में अवकाश स्वीकृत करने वाले अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि काम नहीं तो वेतन नहीं का सिद्धान्त का कड़ाई से अनुपालन कराया जाएगा।

सुबह 9 बजे से ही पहुंचे ऑफिस में

एक तरफ जहां रात दस बजे से बिजली कर्मियों ने हड़ताल कर दी है, वहीं दूसरी तरफ उप्र पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के अभियंता भी निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए एक्शन मोड में आ गए हैं। इसी के मद्देनजर अभियंता सुबह नौ बजे ही ऑफिस पहुंच गए और जिम्मेदारी संभाली।

शिकायतों को कराया दूर

उप्र पावर ऑफिसर एसोसिएशन के हजारों सदस्य प्रदेश की बिजली आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए अपना पूरा योगदान दे रहे हैं। एसोसिएशन द्वारा कंट्रोल रूम से लगातार सभी जिलों की जानकारी ली जाती रही। मथुरा, अलीगढ़, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, लखनऊ में कुछ जगहों पर बिजली व्यवधान की शिकायतें मिलीं, जिसको एसोसिएशन ने हस्तक्षेप कर दूर करा दिया।

लगातार दे रहे जानकारी

उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष एसपी सिंह, पीएम प्रभाकर, महासचिव अनिल कुमार, सचिव आरपी केन, अतिरिक्त महासचिव अजय कुमार ने कहाकि एसोसिएशन के पदाधिकारी लगातार पावर कारपोरेशन प्रबंधन को उस क्षेत्र की जानकारी भी दे रहे हैं जहां पर किसी भी स्तर पर विद्युत आपूर्ति सुचारू बनाए रखने में कोई दिक्कत आ रही है। एसोसिएशन के सभी सदस्यों को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि वे दो घंटे अनिवार्य रूप से अतिरिक्त कार्य करते हुए बिजली व्यवस्था बनाए रखने में अपना योगदान दें।