- केंद्र सरकार ने प्रेग्नेंट महिलाओं को लेकर जारी की है एक गाइडलाइन

- डॉक्टर्स बोले, गर्भवती महिलाएं डॉक्टर की सलाह पर ही लगवाएं वैक्सीन

LUCKNOW: कोरोना को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने काउंसिलिंग प्रेग्नेंट वीमेन फॉर कोविड 19 वैक्सीन गाइड बुक जारी की है। इसमें गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन और कोरोना को लेकर जानकारियां दी गई हैं। बुक में बताया गया है कि हाई बीपी और मोटापा की समस्या से ग्रसित गर्भवती महिलाओं में कोरोना का खतरा अधिक रहता है। साथ ही यह भी कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं को वैक्सीनेशन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेने चाहिए।

कई कारणों से संक्रमण का खतरा

पीजीआई की मैटरनल एंड री-प्रोडक्शन हेल्थ डिपार्टमेंट की प्रो। इंदुलता साहू ने बताया कि गर्भवती महिलाओं में कई कारणों से कोरोना का खतरा अधिक रहता है। ऐसी महिलाओं में अगर बीपी या कोई अन्य क्रोनिक बीमारी होती है, तो इसका असर उनकी इम्युनिटी पर पड़ता है। इम्युनिटी कमजोर होने से इन्हें कोरोना का खतरा अधिक हो जाता है। इसी को देखते हुए ही यह गाइडलाइन जारी की गई है।

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इन कारणों से कोरोना का खतरा बढ़ता है

1- गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज हो जाती है तो मोटापा भी बढ़ जाता है। इसने संक्रमण के चांस बढ़ जाते हैं।

2- फैटी लिवर एंटीबॉडी बनने की प्रक्रिया को प्रभावित कर देता है, जिससे कोरोना अपनी चपेट में ले सकता है।

3- गर्भावस्था में यूट्रस का आकार बढ़ने से लंग्स सिकुड़ जाते हैं और सांस लेने की क्षमता प्रभावित होती है।

संक्रमण घातक होता है

प्रो। इंदुलता ने बताया कि वैसे तो कोरोना संक्रमण किसी को भी हो सकता है लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए यह कहीं अधिक घातक होता है। ऐसे में ऐसी महिलाओं को इस समय काफी सतर्क रहना चाहिए।

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सलाह के बाद लगवाएं वैक्सीन

प्रो। इंदुलता ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान वैक्सीनेशन को लेकर अमेरिका में स्टडी की गई है। अपने देश में जो वैक्सीन है, उसे लेकर अभी कोई स्टडी नहीं हुई है। गाइडलाइन में गर्भवती महिलाओं से कहा गया है कि वे डॉक्टर से परामर्श के बाद ही वैक्सीन लगवाएं, ताकि उन्हें इसके साइड इफेक्ट के बारे में पता रहे। वैसे गर्भवती महिलाएं अगर वैक्सीन लगवाएंगी तो उनमें बनने वाली एंटीबॉडी गर्भ में पल रहे बच्चे को भी कोरोना से बचाने में मदद करेगी। वहीं अगर साइड इफेक्ट की बात करें तो हाइपर सेंसिविटी का खतरा मां और बच्चे दोनों को हो सकता है।

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प्रेग्नेंसी में ऐसे करें बचाव

- बाहर से आने वालों से दूरी बनाकर रखें

- बाहर निकलें तो पूरी सावधानी के साथ

- अपने कपड़े अलग से धोएं या धुलवाएं

- अलग कमरे में रहें और सेनेटाइजेशन का ध्यान रखें

- मास्क व उचित दूरी का पालन करें

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प्रेग्नेंसी के दौरान शुगर होने से मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। वहीं बीपी की वजह से इम्युनिटी पर असर होता है। ऐसे में संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। डॉक्टर से सलाह लेते रहें और बिना सलाह के वैक्सीनेशन कराने से बचें।

प्रो। इंदुलता साहू, पीजीआई