- गुपचुप जाने लगी प्रियंका तो पुलिस ने रोका,

रुष्टयहृह्रङ्ख : कांग्रेस पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम के बाद महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा प्रदेश कार्यालय से गुपचुप निकल कर कुछ पदाधिकारियों के साथ वह नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गिरफ्तार किए गए रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी के घर जाने लगीं। पुलिस ने रास्ते में उनकी गाड़ी रोक दी। इससे बिफरीं प्रियंका पैदल ही चल पड़ीं। पुलिस धकियाती-जूझती रही, लेकिन वह रुकी नहीं और जुटते गए कार्यकर्ताओं के साथ करीब छह किलोमीटर का मार्च निकाल मंजिल तक पहुंचीं। यहां प्रियंका ने पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया।

अचानक निकल पड़ीं

कांग्रेस के स्थापना दिवस समारोह के बाद पार्टी महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद तय था कि वह बाहर मैदान में कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी। तभी अचानक वह गाड़ी में बैठकर निकल गई। घोषणा हुई कि दस मिनट में वह लौटकर आ रही हैं। कार्यकर्ता और पदाधिकारी कार्यालय में ही थे और प्रियंका कुछ वरिष्ठ कांग्रेसजन के साथ रिटायर्ड आईपीएस एसआर दारापुरी के इंदिरानगर स्थित आवास जाने के लिए रवाना हो गई। भनक लगते ही पुलिस ने उनकी गाड़ी गोमतीनगर में फन मॉल के सामने रोक ली और पूछताछ शुरू कर दी कि कहां जा रही हैं। प्रियंका ने तर्क दिया कि वह कोई जुलूस नहीं निकाल रहीं, किसी के घर मिलने जा रही हैं। इसके बाद भी पुलिस ने उन्हें नहीं जाने दिया।

स्कूटी से पॉलीटेक्निक चौराहा पहुंची

प्रियंका कार से उतरीं और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर के साथ स्कूटी पर बैठकर पॉलीटेक्निक चौराहा पहुंच गई। फिर उतरकर पैदल चलने लगीं। यहां दो महिला सीओ ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन, वह रुकी नहीं। थोड़ी देर में ही कार्यकर्ताओं की भीड़ प्रियंका की हमकदम हो गई और उनका जत्था जुलूस में तब्दील हो गया। रास्ते में कई जगह उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन, प्रियंका चलती रहीं और करीब छह किलोमीटर का सफर पैदल तय कर इंदिरा नगर स्थित दारापुरी के आवास पहुंच गई।