- प्रीपेड सिम व प्रीपेड बिजली मीटर से संचालित हो रहे कैमरे

LUCKNOW: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लाखों रुपये खर्च कर लगाए गए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के कैमरे रीचार्ज के फेर में फंस गए हैं। दरअसल, प्रीपेड सिम व प्रीपेड बिजली मीटर से संचालित हो रहे यह कैमरे रीचार्ज खत्म होते ही 'अचेत' हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन कैमरों को इंस्टॉल करने वाली कंपनी भी बिना पेमेंट कैमरों के सिम व बिजली मीटर रीचार्ज करने से हाथ खड़े कर रही है। अधिकारी इस समस्या का हल निकालने में जुट गए हैं।

115 चौराहों पर लग चुके हैं कैमरे

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत राजधानी के 134 चौराहों पर ट्रैफिक लाइट व सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना है। हालांकि, इनमें से 115 चौराहों पर ट्रैफिक लाइट व कैमरे लगाने का काम पूरा कर लिया गया है। इन कैमरों में एनपीआर नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरे और सामान्य निगरानी वाले कैमरे शामिल हैं। इन सभी कैमरों की फीड लालबाग स्थित स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में पहुंचती है। यह कैमरे सिम के जरिए मोबाइल नेटवर्क के थ्रू कंट्रोल रूम से जुड़े हैं और इन्हें इसी नेटवर्क के जरिए फीड भेजते हैं। इन कैमरों को बिजली सप्लाई के लिये प्रीपेड बिजली मीटर लगाए गए हैं। जिन्हें समय-समय पर रीचार्ज कराना होता है। इन्हीं कैमरों की मदद से ट्रैफिक रूल्स वायलेट करने वाले वाहनों का चालान किया जाता है।

रीचार्ज की समस्या से परेशानी

ट्रैफिक सूत्रों के मुताबिक, कैमरों में प्रीपेड सिम व प्रीपेड बिजली कनेक्शन को रीचार्ज कराने में जरा भी देरी इन्हें निष्क्रिय कर देती है। हाल ही में विजयीपुर अंडरपास पर लगे कैमरे रीचार्ज न होने की वजह से निष्क्रिय हो गए। जिसकी सूचना कंट्रोल रूम पर तैनात ट्रैफिक कर्मियों ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों को दी। अधिकारियों ने कैमरों को इंस्टॉल करने वाली कंपनी टेक्नोसिस के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। बताया गया कि टेक्नोसिस कंपनी ने कैमरे को चालू कराने से हाथ खड़े कर दिये। कंपनी के अधिकारियों का कहना था कि चार महीनों से इन कैमरों के रीचार्ज का पेमेंट नहीं किया गया है, लिहाजा वे अब आगे इनका रीचार्ज अपने पास से कराने में असमर्थ हैं। कंपनी के अधिकारियों का यह भी कहना है कि आगे से जिन कैमरों का रीचार्ज खत्म होता जाएगा वे इसी तरह निष्क्रिय होते जाएंगे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी अब इस नयी समस्या से निपटने की तरकीब निकालने में जुट गए हैं।

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निर्माणाधीन फ्लाईओवर्स ने अटकाए 12 कैमरे

राजधानी में वर्तमान में लालकुआं-राजेंद्र नगर फ्लाईओवर, हैदरगंज-मीना बेकरी फ्लाईओवर और नक्खास-हैदरगंज फ्लाईओवर निर्माणाधीन हैं। इन तीनों फ्लाईओवर्स के निर्माण कार्य की वजह से 12 चौराहों पर अभी कैमरे व ट्रैफिक लाइन लगाने का काम अटका हुआ है। बताया गया कि दो फ्लाईओवर्स का काम 30 सितंबर और एक फ्लाईओवर का काम 31 दिसंबर तक पूरा होगा। इनके निर्माण कार्य पूरा होते ही बाकी बचे कैमरे भी इंस्टॉल कर दिये जाएंगे।