लखनऊ (ब्यूरो)। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में यूनिवर्सिटी से लेकर डेयरी प्लांट तक लग रहे हैं। जीबीसी थ्री में क्षेत्रवार सर्वाधिक 805 एमएसएमई के प्रोजेक्ट हैं। दूसरे नंबर पर कृषि और उससे जुड़े उद्योगों के 275, तीसरे नंबर पर फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल सप्लाई के 65 प्रोजेक्ट धरातल पर उतर रहे हैं। शिक्षा से जुड़े 1,183 करोड़ के छह प्रोजेक्ट लग रहे हैं। ऐसे ही डेयरी के 489 करोड़ के सात, पशुपालन के 224 करोड़ के छह प्रोजेक्ट हैं।

4459 करोड़ के प्रोजेक्ट

देश में सर्वाधिक 14.2 फीसदी 90 लाख एमएसएमई प्रदेश में हैं। जीबीसी थ्री में प्रदेश में एमएसएमई के 4459 करोड़ के प्रोजेक्ट लग रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से आगरा में दो, अलीगढ़ में तीन, अमेठी में दो, अयोध्या में एक, बाराबंकी में सात, बरेली में दो, चंदौली में एक, इटावा में एक, फतेहपुर में दो, फिरोजाबाद में एक, गौतमबुद्धनगर में 40, गाजियाबाद में छह, गोरखपुर में छह, हरदोई में चार, हाथरस में एक, जौनपुर में एक, कानपुर देहात में चार, कानपुर नगर में चार, लखीमपुर खीरी में एक, लखनऊ में आठ, मथुरा में 15, मेरठ में एक, मुरादाबाद में एक, प्रयागराज में एक, सहारनपुर में एक, शाहजहांपुर में एक, सीतापुर में एक और वाराणसी में दो सहित अन्य स्थानों पर प्रोजेक्ट लग रहे हैं।

10 हजार करोड़ के लग रहे 112 प्रोजेक्ट

जीबीसी थ्री में 80 हजार 224 हजार करोड़ रुपए के निवेश में सर्वाधिक 29 प्रोजेक्ट 40,106 करोड़ के हैं। यह सभी प्रोजेक्ट पांच सौ करोड़ रुपए से अधिक के हैं। ऐसे ही दो सौ से पांच सौ करोड़ के बीच 15,614 करोड़ के 52 प्रोजेक्ट हैं। 50 करोड़ से दो सौ करोड़ रुपए तक 9,959 करोड़ के 112 प्रोजेक्ट हैं। 10 से 50 करोड़ के 230 प्रोजेक्ट 5,068 करोड़ रुपए के हैं। 10 करोड़ से कम के 972 प्रोजेक्ट 2,757 करोड़ रुपए के हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर को सहयोग करने वाले 5,408 करोड़ रुपए के 11 प्रोजेक्ट हैं।

फ्लैशबैक

1-29 जुलाई 2018 को पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित की गई थी। इस आयोजन में 61,800 करोड़ की 81 परियोजनाओं को आधारशिला रखी गई थी।

2-28 जुलाई 2019 को दूसरी ग्राउंड बे्रकिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया था। इसमें 67,000 करोड़ रुपये की 290 परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई थी।