लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में गहराते पानी संकट को दूर करने के लिए त्रिस्तरीय प्लान बनाया गया है। इसके अंतर्गत मुख्य फोकस बारिश के पानी को बचाने पर किया गया है। साथ ही, खराब पड़े सबमर्सिबल को भी दुरुस्त करने की दिशा में टाइमलाइन तय की गई है ताकि जनता को पेयजल संकट का सामना न करना पड़े। भीषण गर्मी को देखते हुए मेयर संयुक्ता भाटिया ने ऐशबाग स्थित जलकल विभाग मुख्यालय पहुंचकर पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए महाप्रबंधक जलकल एसके वर्मा और सभी जोन के अधिशाषी अभियंताओं के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान मेयर ने पानी की उपलब्धता संबंधी कई बिंदुओं की भी जानकारी ली।

40 जोनल पंपिंग स्टेशन से सप्लाई

जलकल के अधिकारियों ने बताया कि 40 जोनल पम्पिंग स्टेशन, 147 ओवरहेड टैंक और 750 नलकूपों से जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रतिदिन 250 रैंडम स्थानों पर पानी की जांच भी की जा रही है, जिसकी फोटो प्रतिदिन वाट्सएप पर मंगवाकर नियमित डिजिटल डायरी बनाई जा रही है।

ये है त्रिस्तरीय प्लान

तीन दिन में सबमर्सिबल करें ठीक

मेयर ने समीक्षा बैठक में सभी अभियंताओं को निर्देशित किया कि लखनऊ क्षेत्र में जितने भी सबमर्सिबल खराब हैं, उनको तत्काल ठीक किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि तीन दिन के अंदर सभी अधिशाषी अभियंता अपने क्षेत्रों में सभी खराब सबमर्सिबल पंपों का सर्वे कर सूचीबद्ध करें और उन्हें तत्काल ठीक कराएं ताकि जनता को पानी संकट का सामना न करना पड़े।

हर जोन में 20 स्थान चिन्हित

गिरते भूजल स्तर को देखते हुए सभी अभियंताओं को निर्देशित किया गया है कि सभी अपने अपने जोन में ऐसे 20 स्थान चिन्हित करें जहां वर्षा जलसंरक्षण किया जा सके। मेयर ने जानकारी दी कि इसके लिए बजट में भी दो करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।

ट्यूबवेल ठीक किए जाएंगे

वर्तमान समय में एक दर्जन के करीब ट्यूबवेल खराब हैैं, जिसकी वजह से लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है कि एक सप्ताह के अंदर सभी खराब पड़े ट्यूबवेल रिबोर कराए जाएंगे। साथ ही, पानी की गुणवत्ता पर भी फोकस किया जाएगा।