लखनऊ (ब्यूरो)। भाई-बहन के पावन प्रेम का पर्व रक्षाबंधन राजधानी में बेहद धूमधाम और परंपरागत तरीके से मनाया गया। मुहूर्त के चलते राजधानी में यह पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। भाई माथे पर तिलक और हाथों में आकर्षक राखी पहने खुशी से फूले नहीं समा रहे थे।

सभी में दिखा गजब का उत्साह

राखी का उत्साह राजधानी में देखते ही बन रहा था। बुधवार सुबह से ही बहनें सज-धजकर भाईयों को घरों में राखी बांधने की तैयारियां करने लगीं। जो बहनें शहर से बाहर थीं या जिनकी शादी हो चुकी है, वे ससुराल से मायके की ओर निकल पड़ीं। रंगबिंरगी राखी देखकर जहां छोटे भाईयों की खुशी का ठिकाना नहीं था, तो वहीं बड़े भी अपनी बहनों की खुशी देखकर खुश नजर आए। आखिर यह पावन पर्व भाई-बहन के रिश्ते को और मजबूत करने का काम जो करता है।

पूरे दिन होती रही खरीदारी

राखी के पर्व को लेकर बहनें एक ओर जहां आखिरी क्षणों तक मार्केट में राखी और मिठाई की खरीदारी करती नजर आईं, तो वहीं भाई भी अपनी बहनों के लिए सबसे अच्छा गिफ्ट खरीदने की मशक्कत करते दिखाई दिए, ताकि इन पलों को और भी यादगार बनाया जा सके।

श्रावणी पूर्णिमा पर हुई मां गोमती की आरती

श्रावणी पूर्णिमा पर बुधवार को श्रीमनकामेश्वर मंदिर की ओर से मां गोमती की आरती गई। इस अवसर पर पौधारोपण भी किया गया। डालीगंज गोमती तट स्थित उपवन घाट पर महंत देव्यागिरी महाराज ने आरती की। साथ ही 11 वेदियों से अन्य भक्तों ने भी आरती की।

रक्षाबंधन की बधाई दी

मंदिर की ओर से प्रत्येक पूर्णिमा को होने वाली आरती के क्रम में श्रावणी पूर्णिमा पर भी आरती की गई। आरती से पहले महंत देव्यागिरी महाराज के नेतृत्व में सेवादारों ने फलदार वृक्षों के सौ से अधिक पौधे लगाए। उसके मंत्रोच्चारण के साथ महाराज ने आरती की। इस अवसर पर घंटा और शंख ध्वनि से तट का वातावरण गुंजायमान हो उठा। आरती के समय मंदिर की प्रमुख सेवादार उपमा पाण्डेय सहित अन्य भक्त व ग्रहस्थ उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने सभी को रक्षाबंधन की बधाई दी और कहा कि सभी को स्नेह पूर्वक समाज में रहना चाहिए। अपनी बहनों को सम्मान करना चाहिए और ये केवल एक दिन के लिए बल्कि पूरे समय यह धारणा बनी रहनी चाहिए। इसके अलावा परिवार के अलावा भी दूसरी महिलाओं को सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए।