लखनऊ (ब्यूरो)। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी बड़ी तैयारी कर रहा है। अयोध्या में किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी होने की स्थिति से निपटने के लिए राजधानी के पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया जैसे बड़े मेडिकल संस्थानों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। वहीं, एयरलिफ्ट होकर आने वाले मरीजों को डायरेक्ट पीजीआई भेजा जाएगा। संस्थानों द्वारा सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि इमरजेंसी के दौरान समय रहते चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

एयरलिफ्ट होकर पीजीआई जायेंगे

स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत डीजी हेल्थ डॉ। ब्रजेश राठौर ने पुख्ता इंतजाम करने के आदेश दिए हैं। पीजीआई निदेशक प्रो। आरके धीमन ने बताया कि अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम को देखते हुए एयर एंबुलेंस के मरीज हमारे यहां आएंगे। एयर एंबुलेंस एयरपोट पहुंचेगी, जहां से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज को सीधे संस्थान में भर्ती किया जाएगा। वहीं, इंतजाम को पुख्ता बनाने के लिए ट्रामा, न्यूरोसर्जरी, सीवीटीएस, एनेस्थीसिया समेत अन्य विभागों के एचओडी से बातचीत की गई है।

टीयर सिस्टम को लागू किया गया

निदेशक के अनुसार, संस्थान में टीयर सिस्टम लागू किया है। वहीं, संस्थान में आईसीयू के 40 बेड्स और अन्य विभागों में करीब कुल 50 बेड्स रिजर्व रखे हैं, जिनको जरूरत पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है। साथ ही मेडिकल टीम को तैयार किया गया है। अगर जरूरत पड़ेगी तो उनको भेजा जा सकता है।

केजीएमयू को प्राथमिकता

अगर मरीजों को राजधानी में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी तो प्राथमिकता के तहत पहले केजीएमयू में उन्हें भर्ती कराया जाएगा। कुछ को लोहिया संस्थान में भर्ती कराया जा सकता है। इसके बाद बलरामपुर, सिविल और लोकबंधु अस्पताल को प्राथमिकता दी गई है। साथ ही जरूरत पर निजी अस्पतालों का भी रुख किया जा सकता है, ताकि इमरजेंसी के दौरान किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो।

संस्थानों में बेड हुए रिजर्व

मेडिकल इमरजेंसी को लेकर सरकारी संस्थानों में बेड रिजर्व हो चुके हैं, जिसके तहत केजीएमयू में 15 वेंटिलेटर बेड समेत कुल 50 बेड रिजर्व किए गये है। वहीं, लोहिया संस्थान में 15 आईसीयू समेत विभिन्न विभागों में कुल 45 बेड रिजर्व है। वहीं, बलरामपुर अस्पताल में 50 बेड और लोकबंधु में 30 बेड रिजर्व किए गये हैं। इसमें वेंटिलेटर बेड भी शामिल हैं, ताकि इमरजेंसी में तत्काल प्रभाव से काम किया जा सके। साथ ही, जरूरी विभागों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। इसमें न्यूरोसर्जरी, ट्रामा, आर्थो सर्जरी, सीवीटीएस, एनेस्थीसिया आदि विभाग के डॉक्टर शामिल रहेंगे। साथ ही पैरामेडिकल टीम भी अलर्ट पर है।

एयरलिफ्ट होकर मरीज लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां से उन्हें ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पीजीआई लाया जाएगा। सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है।

-प्रो। आरके धीमन, निदेशक, पीजीआई