30 के करीब ओवरऑल प्रोजेक्ट चल रहे शहर में

15 जुलाई के बाद से रियल इस्टेट सेक्टर में दिख रही ग्रोथ

31 दिसंबर तक सेक्टर में दिख सकती है 40 से 50 प्रतिशत ग्रोथ

- अनलॉक होने बाद रियल इस्टेट सेक्टर में धीरे-धीरे बिखरने लगी चमक

- पब्लिक ने साइट विजिट शुरू किया, अभी तक पसरा रहता था सन्नाटा

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख सर, मैं किराये के मकान में रहता हूं लेकिन चाहता हूं कि राजधानी में मेरा भी एक मकान हो। मेरा बजट 30 लाख तक का है। क्या इस बजट में रेडी टू मूव मकान मिल जाएगा। अगर हां, तो बता दें, मैं साइट विजिट कर लेता हूं। रियल इस्टेट कंपनी की ओर से विजिट टाइम दिए जाने के बाद उपभोक्ता खुशी-खुशी फोन रख देता है। अब रोजाना ऐसी कॉल्स रियल इस्टेट कंपनियों के पास आ रही हैं। जबकि मार्च से जुलाई तक कंपनियों को ऐसी कॉल्स का इंतजार रहता था। अनलॉक होने के बाद रियल इस्टेट सेक्टर की तस्वीर बदलती नजर आ रही है और यह सेक्टर फिर से ग्रोथ की दिशा में बढ़ाता नजर आ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि फेस्टिव सीजन होने से अगले तीन माह में रियल इस्टेट सेक्टर में फिर से चमक देखने को मिल सकती है।

लॉकडाउन में ग्रोथ परसेंट रही कम

लॉकडाउन की वजह से मार्च से मिड जुलाई तक रियल इस्टेट सर्वाधिक प्रभावित रहा। लॉकडाउन से पहले जहां रियल इस्टेट कंपनियों के पास प्रोजेक्ट्स की जानकारी के लिए लोगों की औसतन 15 से 20 कॉल रोज आती थीं, वहीं लॉकडाउन में यह आंकड़ा दो से तीन ही रह गया था। जिससे रियल इस्टेट सेक्टर में मंदी की छाया भारी होती नजर आई।

बढ़ने लगी ग्रोथ परसेंट

विशेषज्ञों की माने तो मिड जुलाई के बाद जैसे-जैसे चीजें अनलॉक होता गयां, इसका सीधा फायदा रियल इस्टेट को मिलने लगा। फिर से रियल इस्टेट कंपनियों के पास लोगों की कॉल आने लगीं। वक्त के साथ कॉल की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

अपना मकान ही बेहतर

रियल इस्टेट कंपनियों के पास ज्यादातर ऐसे लोगों की कॉल आ रही हैं, जो किराये के मकान में रहते हैं और 10 से 12 या उससे अधिक किराया देते हैं। लॉकडाउन में बिताए गए समय ने उन्हें अपने आशियाने की तरफ प्रेरित किया है। अनलॉक होने के बाद लोग खुद ही रियल इस्टेट कंपनियों को कॉल करके रेजीडेंशियल प्रोजेक्ट्स की लोकेशन, कीमत इत्यादि की जानकारी ले रहे हैं।

रेडी टू मूव पहली पसंद

लॉकडाउन होने से पहले जहां लोग ऐसे रेजीडेंशियल प्रोजेक्ट्स को भी पसंद कर लेते थे, जिनके पूरे होने में भले ही थोड़ा ज्यादा वक्त लगे लेकिन अब लोगों की सोच बदल सी गई है। अब लोगों को रेडी टू मूव मकान ही चाहिए। इसके साथ ही उनकी पहली पसंद 2 बीएचके फ्लैट ही हैं।

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ये है पब्लिक डिमांड

50 प्रतिशत लोगों को रेडी टू मूव मकान चाहिए

20 प्रतिशत लोगों को प्लॉट चाहिए प्राइम लोकेशन पर

30 प्रतिशत लोग प्रोजेक्ट्स कंपलीट होने का वेट करने कोतैयार

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यह भी जानें

1-रेरा में रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट्स के प्रति ही दिख रहा लोगों का रुझान

2-उन कंपनियों पर ही भरोसा, जिनका प्रोजेक्ट स्ट्रक्चर बन चुका है

3-ओवर बजट प्रोजेक्ट की तरफ खासा रुझान नहीं

4-अगस्त के बाद से साइट विजिट करने लगे हैं लोग

5-सरकारी री-सेल प्लॉट की तरफ जा रहे हैं लोग

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रेरा में रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट

2874 परियोजनाएं रेरा में कुल रजिस्टर्ड प्रदेशभर से

2044 परियोजनाएं ऑनगोइंग हैं

111 परियोजनाएं रजिस्टर्ड हुईं 2020 में

49 परियोजनाएं रजिस्टर्ड हुईं एलडीए सीमा के बाहर 10 किमी की परिधि में

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खाली सरकारी फ्लैट

3 हजार फ्लैट्स खाली एलडीए के

5 हजार करीब फ्लैट्स आवास विकास परिषद के

त्योहार में ऑफर्स

इस साल फेस्टिव सीजन में रियल इस्टेट कंपनियों की ओर से कोई बड़ा ऑफर तो दिए जाने की तैयारी नहीं की गई है लेकिन इतना जरूर है कि सेक्टर में आ रही ग्रोथ के बाद कंपनियों की तरफ से छोटी ऑफर स्कीम दी जा सकती है।

कोट

अब सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिल रही है। पब्लिक का पॉजिटिव रिस्पांस आ रहा है। रिशिता के दो प्रोजेक्ट चल रहे हैं। रिशिता मैनहटन के करीब 90 प्रतिशत फ्लैट बुक हो चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान घरों की महत्ता बढ़ी है। कंपनी की ओर से नये प्रोजेक्ट भी लांच करने की तैयारी है।

सुधीर कुमार अग्रवाल, एमडी, रिशिता डेवलपर्स

अनलॉक के बाद से सेक्टर में पॉजिटिव चेंज देखने को मिल रहा है। जुलाई के बाद से हर मंथ ग्रोथ देखने को मिल रही है। पिछले साल के मुकाबले इस साल ग्रोथ ज्यादा हो रही है। पब्लिक का ओमेक्स के प्रोजेक्ट्स के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ है। रेडी टू मूव प्रोजेक्ट्स की तरफ ज्यादा रूझान देखने को मिल रहा है।

मुकेश कुमार, बिजनेस हेड (यूपी प्रोजेक्ट्स), ओमेक्स लि।

अनलॉक के बाद धीरे-धीरे ग्राहकों का फिर से उत्साह देखने को मिल रहा है और गु्रप को अपने दोनों प्रोजेक्ट्स में उम्मीद से ज्यादा बुकिंग मिली है। अभी मिल रही सेल्स इंक्वॉयरी को देखते हुए फेस्टिव सीजन में कोविड 19 का असर खत्म होता प्रतीत हो रहा है। नवरात्रि पर कुटुंब प्रोजेक्ट में स्पेशल ऑफर भी आएगा।

अमित सक्सेना, वाइस प्रेसीडेंट, सेल्स एंड मार्केटिंग, एक्सेला इंफ्राजोन

अनलॉक के बाद रियल इस्टेट सेक्टर के प्रति लोगों का उत्साह देखने को मिल रहा है। अभी 18 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जबकि 3 नए प्रोजेक्ट्स आने वाले हैं। अनलॉक के बाद 100 यूनिट फ्लैट्स की सेल की जा चुकी है। रियल इस्टेट का फ्यूचर काफी ब्राइट है।

एसके जग्गी, सीओओ, एल्डिको

लॉकडाउन से पहले तो रियल इस्टेट में कंडीशन बेहतर थीं। लॉकडाउन में जरूर सेक्टर को झटका लगा लेकिन अनलॉक होने के बाद अभी तक 20 प्रतिशत के करीब ग्रोथ देखने को मिल रही है। अगले दो से तीन महीने में भी ग्रोथ परसेंट 15 से 20 परसेंट के आसपास रहेगा।

शिव कुमार गर्ग, चेयरमैन, ईआईएफएफईएल इंफ्रा डेवलपर्स प्रा.लि।