लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के अटल बिहारी बाजपेई कंवेंशन सेंटर में मंगलवार को देहदान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि वीसी डॉ। बिपिन पुरी एवं डॉ। एके श्रीवास्तव, पूर्व विभागाध्यक्ष, एनाटॉमी विभाग विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थिति हुए। समारोह का आयोजन एनाटॉमी विभाग द्वारा किया गया था। इस दौरान बताया गया कि विगत 20 वर्षों से देहदान जागरूकता के लिए देहदान अभियान चलाया गया। जिसके फलस्वरूप एनाटॉमी विभाग में अभी तक 4000 देहदान का पंजीकरण हो चुका है और 400 लोगों की मरणोपरांत देह प्राप्त हो चुकी है। देहदान से विश्वविद्यालय में एमबीबीएस, बीडीएस, नर्सिंग, पैरामेडिकल तथा परास्नातक छात्र एवं छात्राओं को पढ़ाई में सहायता मिलती है। साथ ही साथ शिक्षकों को नई तकनीकी के बारे में जानकारी मिलती है। संस्थान को देहदान करने वाले परिजनों का साथ देना बेहद जरूरी है।

फ्री हेल्थ चेकअप होगा

विभागाध्यक्षा डॉ। पुनीता मानिक ने बताया कि 225 देहदानियों के परिवारजनों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। देहदानियों के इस सराहनीय योगदान को दृष्टिगत रखते हुए चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा जिन देहदानियों का शरीर एनाटॉमी विभाग को प्राप्त हो गया है। उनके जीवनसाथी का केजीएमयू में सालाना स्वास्थ्य परीक्षण कराया जायेगा। इसके लिए उनको यूएचआईडी प्रदान की जायेगी। जिससे उनका विशेष पर्चा बन सके ताकि उन्हें फ्री उपचार एवं जांचें कराने में अनावश्यक विलंब न हो। देहदानियों का यह बलिदान सराहनीय है और समाज के लिए प्रेरणादायक है। इस दौरान उप-कुलपति डॉ। विनीत शर्मा, सीएमएस डॉ। एसएन शंखवार, डीन डेंटलए डॉ। रंजीत पाटिल समेत अन्य लेाग मौजूद रहे।

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विभागों व संस्थाओं से तालमेल बनाकर कार्यक्रम में लायें तेजी

उत्तर प्रदेश स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी, राज्य क्षय रोग इकाई, मद्य निषेध विभाग और सहयोगी संस्थाओं की समन्वय बैठक मंगलवार को लोकभवन में सोसायटी की परियोजना निदेशक अमृता सोनी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में तय किया गया कि राज्य क्षय रोग इकाई और मद्य निषेध विभाग के साथ हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम से जुड़ी संस्थाओं से तालमेल बनाकर कार्य किया जाए। इसके अलावा नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गनाइजेशन भारत सरकार से समन्वय बनाकर नेशनल डिजीटल हेल्थ मिशन के तहत आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट आईडी जनरेट की जाए।

बेहतर समन्वय बनाया जाये

परियोजना निदेशक ने निर्देश दिया कि जिला स्तरीय मासिक समन्वय बैठकों के लिए टीबी, एचआईवी तथा मद्यनिषेध विभाग कार्यक्रम के सूचकांकों के दृष्टिगत एजेंडा प्रारुप तैयार किया जाए। जिसमें सोसाइटी स्तर से प्रस्तावित बिंदुओं, टीबी अनुभाग तथा मद्यनिषेध विभाग के प्रस्तावित बिंदुओं को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए। आगामी राज्य स्तरीय समन्वय बैठक में दो उत्कृष्ट जिला क्षय रोग अधिकारी और दो एचआईवी-टीबी कोआर्डिनेटर को आमंत्रित किया जाए और उनके द्वारा टीबी-एचआईवी के खात्मे के लिए किये जा रहे प्रयासों का प्रस्तुतिकरण कराया जाए, जो कि दूसरों के लिए मिसाल बन सके। सभी डीटीओ को पत्र जारी कर बैठकों में मद्य निषेध विभाग की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही आगामी चार और 11 अगस्त को नाको द्वारा आयोजित होने वाली बैठक में राज्य क्षय रोग अधिकारी, मद्यनिषेध विभाग तथा हेपटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम के प्रतिनिधियों के सत्र भी अनिवार्य रूप से सम्मिलित किए जाएं।