लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के आलमबाग स्थित एक आईवीएफ सेंटर पर बिना सहमति के महिला मरीज की बच्चेदानी निकालने का आरोप लगा है। जब परिजनों ने इसको लेकर आपत्ति की तो उनको धमकाया जाने लगा। जिसके बाद परिजनों ने पूरे मामले को लेकर सीएमओ आफिस से शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है।

आरोपों की जांच शुरू

अकबरी गेट निवासी 43 वर्षीय इरफ फातिमा को ब्लीडिंग संबंधी परेशानी होने पर परिजन पहले हरदोई रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले गये। परिजनों का दावा है कि डॉक्टर ने बच्चेदानी पूरी तरह से ठीक बताई, लेकिन ब्लीडिंग नहीं रुक रही थी। जिसके बाद परिजन मरीज को लेकर आलमबाग के आईवीएफ सेंटर पहुंचे। जहां जांच के बाद संक्रमण का पता चला और बच्चेदानी में बीमारी की आशंका बताकर ऑपरेशन की बात बताई। आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान बिना परिजनों की सहमति के बच्चेदानी निकाल ली गई। जिसका विरोध करते हुए परिजनों द्वारा सोमवार को सीएमओ कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। दो सदस्यी जांच कमेटी बनाकर आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है।

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कोरोना के 119 संक्रमित मिले, एक्टिव केस 875

राजधानी में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। हालांकि, अभी भी आंकड़े 100 के ऊपर ही चल रहे है। सोमवार को 119 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई, जबकि 40 व्यक्ति कोविड संक्रमण से स्वस्थ हुए। जनपद में कोविड एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 875 हो गई है। कोरोना के सर्वाधिक मामले राजधानी के पॉश और बार्डर एरिया में ही मिल रहे हैं। सोमवार को सर्वाधिक 21 मामले अलीगंज एरिया में मिले हैं, जबकि एनके रोड में 16, गोसाईगंज में 15, आलमबाग में 14, चिनहट में 14, इंदिरानगर में 12, सिल्वर जुबली में 9 और सरोजनीनगर में 7 संक्रमित मिले हैं। सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल के मुताबिक, कोरोना से बचाव बेहद जरूरी है। वृद्ध एवं बच्चों को भीड़भाड़ वाले जगहों पर ले जाने से बचें। सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, बाजारों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था करते हुए सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन करें। कोई भी लक्षण नजर आने पर सरकारी अस्पताल में जांच करवाएं, जो तरह फ्री है।