लखनऊ (ब्यूरो)। अलाया अपार्टमेंट हादसे के बाद एलडीए की ओर से ऐसी बिल्डिंग्स को भी चिन्हित कराया जा रहा है, जिनका भू उपयोग चेंज किया गया है। जो भी बिल्डिंग्स सामने आएंगी, उन्हें तत्काल सील किया जाएगा। इसके साथ ही जो बिल्डिंग्स पहले सामने आ चुकी हैैं और उन्हें सील किया गया है, तो अब उन्हें ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

हर जोन में चलाया जा रहा अभियान

एलडीए प्रशासन के निर्देश पर प्राधिकरण के सभी जोन में बिल्डिंग चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है। इस कार्य को चार से पांच दिन के अंदर पूरा किया जाना है। सबसे पहले तो तत्काल ऐसी बिल्डिंग को सील कर दिया जाएगा साथ ही निर्माणकर्ता को भू उपयोग चेंज करने के लिए नोटिस जारी की जाएगी। अगर निर्माणकर्ता की ओर से कोई ठोस साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराए जाते हैैं तो प्राधिकरण की ओर से बिल्डिंग को ध्वस्त करने संबंधी कार्रवाई की जाएगी।

इस तरह होगी जांच

प्राधिकरण की ओर से बिल्डिंग जांच के दौरान पहले तो नक्शा चेक किया जाएगा। इसके बाद देखा जाएगा कि कंपाउंडिंग के लिए तो कोई आवेदन किया गया है कि नहीं, फिर यह देखा जाएगा कि बिल्डिंग का भू उपयोग क्या रहा है। अगर यह बात स्पष्ट होती है कि आवासीय नक्शा पास कराकर कॉमर्शियल निर्माण कराया जा रहा है या कराया गया है, तो तत्काल टीम की ओर से उक्त निर्माण स्थल को सीज कर दिया जाएगा, ताकि निर्माण पूरा न हो सके। वहीं, निर्माणकर्ता को 24 घंटे के अंदर ही नोटिस जारी कर दी जाएगी। विहित प्राधिकारी कोर्ट में मामला सुनने के बाद ध्वस्तीकरण या अन्य कदम उठाए जाएंगे। इस मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।