- मृतकों में चार मरीज लखनऊ के भी

LUCKNOW : कोरोना संक्रमण के चलते मौत का सिलसिला जारी है। गुरुवार को राजधानी के विभिन्न हॉस्पिटल्स में कोरोना के चलते बैंककर्मी समेत पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में चार लखनऊ के और बाकी अन्य जिलों के हैं।

राजधानी में गुरुवार को राजाजीपुरम निवासी 45 वर्षीय बैंक कर्मी की कोरोना से मौत हो गई। मरीज का इलाज निजी मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। इसी मोहल्ले के 85 वर्षीय बुजुर्ग की भी कोरोना वायरस ने जिंदगी छीन ली। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह के मुताबिक बुजुर्ग को 13 जुलाई को संस्थान में भर्ती कराया गया था। उन्हें डायबिटीज व ब्लड प्रेशर की भी परेशानी थी। गुरुवार को वेंटिलेटर पर इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं गोसाईंगंज निवासी 60 वर्षीय पुरुष की वायरस ने सांसें छीन लीं। उन्हें बुधवार को केजीएमयू के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा गोंडा स्थित जगन्नाथपुरम निवासी 52 वर्षीय पुरुष की भी जान वायरस ने ले ली। इसके अलावा लोहिया संस्थान के कोविड हॉस्पिटल में अयोध्या निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई।

होम्योपैथी फॉर्मेसी के इंचार्ज मिले संक्रमित

बलरामपुर अस्पताल में होम्योपैथी फार्मेसी के इंचार्ज गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद होम्योपैथी विभाग को बंद किया गया। वहीं, अस्पताल में गुरुवार को हुई 65 लोगों की जांच में फिलहाल किसी स्टाफ या मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई।

बलरामपुर अस्पताल के आइसीयू में छह वेंटिलेटर की सुविधा बढ़ी

रुष्टयहृह्रङ्ख : बलरामपुर अस्पताल में अब गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। अस्पताल के आईसीयू वार्ड में लगाए जाने के लिए छह और नए वेंटिलेटर आ गए हैं। अस्पताल के निदेशक डॉ। राजीव लोचन ने बताया कि अभी तक आइसीयू में छह वेंटिलेटर मरीजों के लिए चल रहे थे। करीब 15 दिन पूर्व चार वेंटिलेटर आए थे। इनको मिलाकर अब अस्पताल के आईसीयू में कुल 16 वेंटिलेटर हो गए हैं।

घर पर चस्पा होगा पोस्टर, बाहर घूमने पर निरस्त होगा होम आइसोलेशन

रुष्टयहृह्रङ्ख (23 छ्वह्वद्य4): होम आइसोलेशन के रोगियों के घर पर पोस्टर चस्पा होंगे। उस पर मरीज के पॉजिटिव होने की जानकारी लिखी जाएगी। इस दौरान मोहल्ला समिति व क्षेत्रीय पुलिस मरीज के बाहरी मूवमेंट पर नजर रख सकेंगे। वहीं, बाहर मिलने पर उसे अस्पताल शिफ्ट कर दिया जाएगा। शहर में होम आइसोलेशन की सुविधा शुरू कर दी गई है। यह मरीज बाहर घूमकर कहीं संक्रमण न फैला दें, इसकी निगरानी कड़ी की जाएगी। लिहाजा, होम आइसोलेशन में मरीजों के घर पर पोस्टर चस्पा किया जाएगा। मुहल्ला समिति, पार्षद व क्षेत्रीय पुलिस होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों के घरों की निगरानी करेंगे। इस दौरान मरीज घर के बाहर घूमते पाया गया तो उसकी जानकारी कंट्रोल रूम पर दे दी जाएगी। ऐसे मरीजों का होम आइसोलेशन निरस्त कर अस्पताल शिफ्ट कर दिया जाएगा। वहीं, स्वास्थ्य विभाग आइसोलेशन के रोगियों को किट उपलब्ध कराएगा। यह शुल्क क्या रहेगा, इस पर शासन निर्णय करेगा। किट में मास्क, सेनेटाइजर, थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर व दवाएं होंगी।