लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेशभर के उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने और बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कई अहम कदम उठाने की तैयारी है, जिसमें मुख्य रूप से उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जाना, एबीसी केबिल डालना एवं 11 केवी फीडर मीटरिंग का कार्य कराया जाना शामिल है। इसके के लिए चारों डिस्कॉम को धनराशि जारी कर दी गई है।

इस तरह लगाए जाएंगे प्रीपेड मीटर

प्रमुख सचिव ऊर्जा एम देवराज ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग के अंतर्गत पूर्वांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल, पश्चिमांचल व केस्को (कानपुर) के लिए प्रीपेड मीटर का आंकड़ा फाइनल किया गया है। इसके अंतर्गत पूर्वांचल डिस्कॉम में 73 लाख 27 हजार 988, मध्यांचल में 75 लाख 28 हजार 737, दक्षिणांचल में 53 लाख 54 हजार 069, पश्चिमांचल में 61 लाख 43 हजार 261 एवं केस्को में 62 हजार 500 प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। इसी के साथ लॉस रिडक्शन के कार्य तथा उपभोक्ताओं के परिसर पर आर्मड केबिलिंग, 33 व 11 केवी के जर्जर तार को रिप्लेस किया जाना तथा एलटी लाइन को एबीसी से बदलना भी शामिल है।

इस तरह मिली है धनराशि

डिस्कॉम धनराशि (करोड़)

पूर्वांचल 4543.78

मध्यांचल 4165.32

दक्षिणांचल 3771.57

पश्चिमांचल 3403.1

केस्को 614.93

इस तरह बदलेगी केबिल लाइन

डिस्कॉम केबिल लाइन (किमी)

पूर्वांचल 49390.67

मध्यांचल 22539

दक्षिणांचल 25228

पश्चिमांचल 19252.99

केस्को 1500

उपभोक्ताओं को फायदे

1-लो वोल्टेज से राहत-केबिल लाइन बदले जाने से उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज की समस्या से राहत मिलेगी। इसके साथ ही बिजली चोरी करना असंभव हो जाएगा।

2-सतत बिजली सप्लाई-तेज हवा इत्यादि चलने पर अक्सर एलटी लाइन टूट जाती है, जिसकी वजह से उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना करना पड़ता है। आर्मड केबिल बेहद मजबूत होती है, ऐसे में उपभोक्ताओं को बिजली संकट से नहीं जूझना पड़ेगा।

3-प्रीपेड मीटर से फायदे-जब उपभोक्ताओं के घर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग जाएंगे, तो उपभोक्ताओं को मीटर रीडर का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उपभोक्ता घर बैठे ही अपना बिल खुद जेनरेट कर सकेगा और ऑनलाइन जमा भी।

4-मीटर से छेड़छाड़ रुकेगी-स्मार्ट प्रीपेड मीटर से छेड़छाड़ किया जाना संभव नहीं हो सकेगा। अगर कोई उपभोक्ता ऐसा करेगा, तो उसे तुरंत पकड़ लिया जाएगा।

लाइन लॉस में आएगी कमी

उक्त कदम उठाए जाने से सबसे ज्यादा फायदा लाइन लॉस में देखने को मिलेगा। लाइन लॉस में कमी आने से उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। अभी तक बजट न मिलने की वजह से मीटरिंग और केबलिंग का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब बजट मिल गया है, ऐसे में, जल्द ही पूरे प्रदेश में उपभोक्ताओं के घर में मीटर लगाना एवं केबिलिंग का कार्य शुरू हो जाएगा।

लगातार होगी मॉनीटरिंग

शासन की ओर से उक्त कार्यों पर नजर रखने के लिए भी अलग से मॉनीटरिंग कमेटी बनाई जा रही है, जिससे पूरे प्रदेश में जल्द से जल्द मीटरिंग और केबिलिंग का कार्य किया जा सके। समय-समय पर सभी डिस्कॉम स्तर पर कार्र्यों की समीक्षा भी की जाएगी।

बिजली सप्लाई में टूटे सभी पुराने रिकॉर्ड

भीषण गर्मी के कारण यूपी में लगातार बिजली की डिमांड बढ़ती जा रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 25 हजार 384 मेगावाट बिजली की सप्लाई की गई है, जो अभी तक का रिकॉर्ड है। इससे पहले यूपी में कभी इतनी बिजली सप्लाई नहीं की गई है। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रचंड गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ती जा रही है, जिसको पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है और प्रदेश के सभी क्षेत्रों को निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप बिजली आपूर्ति की जा रही है। ऊर्जा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस ऐतिहासिक कार्य के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं, जिसके लिए वे सभी बधाई के पात्र हैं। ऊर्जा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि बढ़ती हुई जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए सजग रहें और जनता की सेवा में ढि़लाई न बरती जाए।