सरकार का हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स को टैबलेट और लैपटॉप देने का वादा धीरे-धीरे अमली जामा पहन रहा है। पहले तो स्टूडेंट्स को लग रहा था कि इस साल शायद ही सरकार का यह तोहफा उनको मिल पाएगा। मगर स्टूडेंट्स को जानकर यह खुशी होगी कि लैपटॉप और टैबलेट के लिए आवेदन फार्म का प्रारूप बन कर तैयार हो गया है।

यही नहीं प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा ने उस आवेदन फार्म पर अपनी मोहर भी लगा दी है। उस आवेदन फार्म के जरिए ही स्टूडेंट्स लैपटॉप के लिए अप्लाई कर सकेंगे।

बहुत सरल है आवेदन फार्म

स्टूडेंट्स को लैपटॉप और टैबलेट देने के लिए शासन ने बहुत ही सरल आवेदन फार्म तैयार कराया है। शासन ने इसकी जिम्मेदारी कई विभागों को सौंपी थी। दो दिन पहले सभी विभागों ने अपना प्रोफार्मा तैयार करके प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा को सौंपा था। इसके बाद शासन ने जो सबसे सरल प्रोफार्मा था उस पर अपनी मोहर लगा दी है।

आवेदन फार्म में सबसे पहले स्टूडेंट्स को अपना रजिस्ट्रेशन नम्बर भरना होगा। उसके बाद उनको अपना नाम, पिता का नाम, कॉलेज का नाम, अनुक्रमांक और बोर्ड भरना होगा। इसके बाद अगर वह इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स हैं तो फिर जहां पर उन्होंने एडमिशन लिया है उस कॉलेज के प्रिसिंपल से उसे अटेस्ट कराना होगा। इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स को अपनी मार्कशीट के साथ डेट ऑफ बर्थ भी भरनी होगी जबकि हाईस्कूल के स्टूडेंट्स को अपनी मार्कशीट लगानी होगी।

जल्द ही मिलेंगे आवेदन फार्म

शासन के सूत्रों की मानें तो आवेदन फार्म एकदम फाइनल हो चुका है। जल्द ही इसको प्रिंट करा कर स्कूलों में भेज दिया जाएगा। इससे पहले शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों से पंजीकृत स्टूडेंट्स की संख्या मांगी है। साथ उनकी पंजीकरण संख्या और संबंधित दस्तावेज भी मांगे गए हैं। इसके बाद इन सभी स्टूडेंट्स की जांच की जाएगी कि यह स्टूडेंट्स वहां पर पढ़़ रहे हैं या नहीं। इसके बाद इन स्कूलों को यह आवेदन फार्म भेजे जाएगें।

स्टूडेंट्स को अपने आवेदन फार्म स्कूल से अटेस्ट कराने जरुरी होंगे। वहीं लैबटॉप और टैबलेट की आपूर्ति के लिए बुधवार को शासन ने टेंडर करा लिए हैं। एक दो दिन में यह टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी। जिसके बाद पता चल जाएगा कि इसकी आपूर्ति कितने दिनों में शुरु हो जाएगी।

रसीद भी मिलेगी स्टूडेंट्स को

लैबटॉप और टैबलेट के लिए आवेदन फार्म जमा करने वाले स्टूडेंट्स को शासन की ओर से रसीद भी दी जाएगी। जिसे दिखाने के बाद ही स्टूडेंट्स को यह उपकरण दिया जाएगा। जिसमें यह टैबलेट और लैपटॉप का मॉडल नम्बर और उसका सीरियल नम्बर दर्ज होगा। इसके साथ ही उसमें स्टूडेंट्स के नाम के साथ उसकी पूरी डिटेल और एड्रेस भी प्रिंट होगा। इसके अलावा फार्म में यह भी लिखा है कि स्टूडेंट्स कभी यह लैपटॉप और टैबलेट बेचेगा नहीं और अगर बेचता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं अगर इन उपकरण के खोने पर उससे हर्जाना भी लिया जाएगा।

इनको नहीं मिलेगा लैपटॉप

एक तरफ प्रदेश में हजारों स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जो सरकार के इस तोहफे को पाकर खुशी मना रहे होंगे। दूसरी तरफ प्रदेश में बीस हजार यूपी बोर्ड स्टूडेंट्स ऐसे हैं जो स्टूडेंट्स होने के बाद भी इस तोहफे से महरुम रह जाएंगे। यूपी बोर्ड के शिक्षा माफियाओं ने हजारों स्टूडेंट्स को बिना रजिस्ट्रेशन नम्बर के बोर्ड परीक्षा दिला दी। यह वह स्टूडेंट्स हैं जिनके पास रजिस्ट्रेशन नम्बर नहीं है और शासन बिना रजिस्ट्रेशन नम्बर वाले स्टूडेंट्स को लैपटॉप और टैबलेट नहीं देगा। सिटी में ही करीब एक हजार ऐसे स्टूडेंट्स हैं जिनका यूपी बोर्ड ने रजिस्ट्रेशन नम्बर ना होने की वजह से रिजल्ट रोक दिया है।

Report By: AbbaS Rizvi

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