लखनऊ (ब्यूरो)। दिल्ली में सदन में कलर स्मोक छोड़ने वाले सागर शर्मा की कुंडली खंगालने के लिए उसे सात दिन की रिमांड पर लिया गया है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि सागर जिस जूते में कलर स्मोक छिपाकर ले गया था, वह उसने लखनऊ में आर्डर देकर बनवाए थे। संभावना जताई जा रही है कि स्पेशल टीम सागर को उसके घर ला सकती है। उसने कहां से जूते लिए, वह यहां किन-किन लोगों के संपर्क में था इसे लेकर यहां पूछताछ भी की जाएगी।

मनोरंजन को बताता था बड़ा भाई

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बातचीत करते हुए सागर के पिता ने बताया कि सागर बचपन से भगत सिंह का भक्त है। घर की दीवारों पर वह उनके पोस्टल लगाता था। मैं कहता था कि इस काम में क्या रखा है, ये हमें पैसा नहीं देंगे। अपना काम करो और दो पैसे कमाओ। उन्होंने बताया कि सागर आर्टिस्ट है। एक बार उसने एक लंबी दाढ़ी वाले व्यक्ति की फोटो बनाई और कहा, यह मेरे बड़े भाई जैसे हैं। ये बंगलौर में रहते हैं। उस व्यक्ति का नाम मनोरंजन है, उसी ने मेरे बेटे को बर्बाद किया है।

डायरी में क्या लिखता था नहीं मालूम

सूत्रों के अनुसार सागर के घर जांच के दौरान एक डायरी मिली है, जिसमें क्रांतिकारी बातें लिखी हैं। सागर के पिता रोशनलाल शर्मा ने बताया कि सागर यह डायरी किसी को नहीं देता था। सागर के पिता का कहना है कि उनको और परिवार को परेशान किया जा रहा है। बार-बार पूछताछ हो रही है। सागर के पास डायरी रहती थी, लेकिन उसमें क्या लिखता था किसी को नहीं पता।

5 साल बाद लिखी डायरी

जांच में सामने आया कि सागर ने 6 फरवरी 2021 को डायरी में लिखा था कि घर से विदा लेने का समय आ गया है। एक तरफ डर भी है और दूसरी तरफ कुछ कर गुजरने को आग दहक रही है। काश में अपनी स्थिति माता पिता को समझा सकता। मेरे लिए संघर्ष की राह चुनना आसान रहा, 5 साल प्रतीक्षा की है की एक दिन आएगा जब में अपने कर्तव्य की ओर बढूंगा। दुनिया में ताकतवर व्यक्ति वह वही है जो छीनना जानता है। ताकतवरहर सुख जगाने की क्षमता रखता है। उसने लिखा कि लगभग पांच वर्षों बाद मैंने लिखना शुरू किया है। आगे- भी लिखने की मानसिक स्थित बनेगी या नही स्पष्ट नहीं कह सकता।

ई-रिक्शा पर लोन लेना चाहता था

पिता रोशन लाल ने बताया कि सागर मानकनगर निवासी नन्हे का 400 रुपये रोजाना की दर से किराए पर ई-रिक्शा चलाता था। ई-रिक्शा मालिक के बेटे का आरोप है कि करीब डेढ़ महीने पहले निजी बैंक के अधिकारी उनके घर आए तो पता चला कि सागर उनके ई-रिक्शा पर एक लाख रुपए लोन लेने के चक्कर में था। एजेंसियां इस बात पर भी नजर रखे हैं कि आखिर उसे इतने पैसों की अचानक क्यों जरूरत पड़ी।

सिंधी विद्यालय से दी परीक्षा

सागर शर्मा, मनोरंजन, नीलम और अमोल की ऑनलाइन मुलाकात 18 माह पहले मैसूर में भगत सिंह फैन क्लब के जरिए हुई। फिर सभी ने संसद में हंगामा करने की योजना तैयार की। लखनऊ पुलिस और लोकल इंटेलीजेंस यूनिट मामले की गहनता से जांच में जुटी हैं। रोज नई-नई बातें सामने आ रही हैं। सागर ने सिंधी विद्यालय से हाईस्कूल की परीक्षा 2013 में दी थी और गणित में फेल हो गया था।

5 माह पहले ट्रेन से गया था दिल्ली

पुलिस सूत्रों के जुलाई में सागर संसद पहुंचा था। वह गोमती एक्सप्रेस से दिल्ली गया था। उसने स्प्रे कैन रखने के लिए लखनऊ में स्पेशल जूते बनवाए थे। उसे पता था कि वहां जूते शायद न चेक किए जाएं। ये सभी साथी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मिले थे और वहां से मेट्रो से विक्की के घर गुड़गांव गए थे।

डायरी में भारत का नक्शा और चित्रकारी

डायरी में छह फरवरी 2020 को एक पेज पर भारत का नक्शा और कुछ गोलाकार चित्र बनाए गए हैं। ये चित्र क्यों बनाए गए है, यह एक बड़ा सवाल है। इसके बारे में किसी कोई जानकारी नहीं है। सवाल उठता है कि सागर ने बातों को क्यों लिखा और आर तस्वीर क्यों बनाई। यह भी सवाल उठता है कि सागर बंगलौर में सिर्फ मनोरंजन के संपर्क था या फिर किसी और के भी। तमाम बिंदुओं पर जांच जारी है। वहीं, डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि सागर की डायरी में लिखे तथ्यों की जांच एजेंसियां कर रही हैं।