लखनऊ (ब्यूरो)। इस बार कोरोना के मरीजों में पहले के मुकाबले बेहद हल्के लक्षण नजर आ रहे हैं, जिसमें डायरिया भी एक लक्षण है। ऐसे में, जो मरीज कोरोना संक्रमित हो रहे हैं, वे ठीक होने के बाद भी पेट की समस्या की शिकायत कर रहे हैं। इस तरह के करीब 60-70 फीसदी मामले केजीएमयू व लोहिया आदि की पोस्ट कोविड ओपीडी में आ रहे हैं। एक्सपट्र्स का कहना है कि चूंकि वायरस पेट तक पहुंच रहा है, ऐसे में यह समस्या देखी जा रही है। हालांकि, यह जल्द ठीक भी हो जा रही है। अगर समस्या ज्यादा दिनों तक रहे तो किसी एक्सपर्ट डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

गैस्ट्राइटिस की भी हो रही समस्या

केजीएमयू के एमएस डॉ। डी हिमांशु के मुताबिक, पोस्ट कोविड में इस बार पेट की समस्या के मामले सबसे कॉमन हैं। ओपीडी में आने वाले करीब 60-70 फीसदी मरीज पेट की समस्या लेकर आ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि ओमिक्रान वैरिएंट के केस में जो रिसेप्टर्स हैं, वे पेट से ज्यादा अटैच हो रहे हैं, खासकर म्यूटेशन के कारण, जिसकी वजह से यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। इसकी वजह से कुछ समय के लिए गैस्ट्राइटिस भी हो रही है। ऐसे में, अपने डॉक्टर की सलाह लेकर ही ट्रीटमेंट करना चाहिए। यह समस्या जल्द ठीक भी हो रही है इसलिए ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है।

4 से 5 दिनों में ही ठीक हो जाते हैं

लोहिया संस्थान के एमएस व मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ। विक्रम सिंह के मुताबिक, इस बार कोरोना के मरीजों में डायरिया भी एक लक्षण के तौर पर देखने को मिल रहा है। इसके कारण पोस्ट कोविड में लोगों में पेट की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। पोस्ट कोविड ओपीडी में इस तरह के करीब 60-70 फीसदी मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि, ऐसे मरीजों में यह समस्या 4-5 दिनों में ठीक हो जा रही है। लोगों को चाहिए कि खूब पानी पीएं और बाहर का खाने से बचें। कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।