लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सख्त रुख अपनाते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि विद्युत व्यवधान उत्पन्न करने व आमजन को परेशानी पैदा करने वाले या कानून को हाथ में लेने वालों से अब सख्ती से निपटा जाएगा। पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने ऊर्जा मंत्री से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट कर वार्ता की। वार्ता के दौरान एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने ऊर्जा मंत्री को आश्वस्त किया कि उनका संगठन हड़तालियों के साथ नहीं है और प्रदेश में बिजली व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने के लिए वे अपना पूरा सहयोग देंगे।

एक हजार से अधिक की टीम

उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष अवधेश ने बताया कि बिजली कंपनियों का एक संगठन कार्य बहिष्कार व हड़ताल कर रहा है। इसके मद्देनजर सुबह से ही एसोसिएशन के लगभग एक हजार से ज्यादा अभियंता जिसमें अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, लेखाकार व कार्मिक प्रदेश के उपभोक्ताओं की बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए अपना पूर्ण योगदान देंगे।

कंट्रोल रूम स्थापित

एसोसिएशन के केंद्रीय पदाधिकारियों ने अपने बिजली कंपनियों के सदस्यों को यह निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को कोई भी समस्या न उठानी पड़े चाहे इसके लिये उन्हें 24 घंटे काम क्यों न करना पड़े। एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष ने यह भी बताया कि हड़ताल के मद्देनजर केंद्रीय पदाधिकारियों की देखरेख में एसोसिएशन 24 घंटे के लिए अपना एक कंट्रोल रूम स्थापित करने जा रहा है, जो वास्तविक स्थिति पर पूरी तरीके से नजर बनाए रखेगा। इसके साथ ही कंट्रोल रूम के माध्यम से उपभोक्ताओं की समस्याओं का निस्तारण भी किया जाएगा।

हेल्पलाइन नंबर जारी, ताकि हड़ताल से उपभोक्ता न हों परेशान

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी ने बुधवार को भी अफसरों के साथ बैठक करके विभागीय अभियंताओं की हड़ताल के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए। मध्यांचल एमडी भवानी ङ्क्षसह खंगारौत ने कंट्रोल रूम गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि हर बिजली घर की मानीटङ्क्षरग के लिए मध्यांचल मुख्यालय में राउंड द क्लाक मुख्य अभियंता से लेकर अधीक्षण अभियंता तक तैनात किए गए हैं।

हड़ताल पर रहने का ऐलान

हड़ताल के दौरान आम बिजली उपभोक्ताओं के काम जरूर प्रभावित होंगे, क्योंकि अधिकांश संगठनों ने एकजुटता दिखाते हुए महासंघ के आह्वान पर हड़ताल पर रहने का ऐलान किया है। इस दौरान बिजली व्यवस्था बनी रहे, इसको लेकर मध्यांचल के एमडी व उनकी टीम पूरा ताकत लगाए हुए हैं। यही नहीं तीन दिनों तक आनलाइन बिजली के बिल तो जमा होंगे, लेकिन नए कनेक्शन, बिजली लोड वृद्धि, नाम परिवर्तन, मीटर बदलने सहित कर्मियों व अभियंताओं से जुड़े अधिकांश काम प्रभावित होंगे, क्योंकि वितरण, ट्रांसमिशन, मीटर सेक्शन सहित 80 प्रतिशत अभियंता हड़ताल पर रहेंगे। वहीं एमडी ने हड़ताल पर रहने वाले अभियंताओं पर आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (एस्मा) लगाने की बात कही है। वहीं, संविदा कर्मियों के हड़ताल में शामिल होने पर उन्हें सेवा से बर्खास्त करने और दूसरे कर्मी को आउटसोर्सिंग में रखने के आदेश दिए हैं।

मध्यांचल ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर

दूरभाष नंबर : 0522-2207065

फैक्स नंबर : 0522-4950397/2208769

टोल फ्री नंबर : 139