लखनऊ (ब्यूरो)। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी (बीबीएयू) में आए दिन नए-नए विवाद सामने आ रहे हैं। अभी छात्रा के शारीरिक शोषण के ममाले में आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ जांच चल रही है, वहीं सोमवार को रैगिंग का भी एक मामला सामने आ गया। बीकॉम कर रहे निशांत कुमार ने सीनियर छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगाते हुए प्रॉक्टर ऑफिस और वीसी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। पीडि़त छात्र ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। छात्र का आरोप है कि वह सोवमार को अपनी कक्षा में बैठा था जहां सीनियर परिचय लेने के बहाने रैगिंग करने लगे। जब उसने विरोध किया तो उसकी पिटाई की गई। पीडि़त छात्र के मुताबिक, सीनियर छात्रों ने उसको धमकी दी कि अगर कहीं कुछ बोल तो वे उसे फिर मारेंगे और बैक लगवा कर फेल करवा देंगे। निशांत के मुताबिक, उसे हाथ और गले में चोट आई है। पिटाई के दौरान करीब एक दर्जन छात्र मौजूद थे।

प्रॉक्टर ऑफिस में भी हीलाहवाली

छात्र ने बताया कि शिकायत लेकर जब वह प्रॉक्टर ऑफिस गया, तो वहां भी उसके टरका दिया गया। इसके बाद पीडि़त छात्र ने अंबेडकर भवन जाकर वीसी प्रोफेसर संजय सिंह के कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई। छात्र ने प्रॉक्टर कार्यालय की लापरवाही की शिकायत केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में भी की है।

घटना का संज्ञान लिया गया है, मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है। जो भी दोषी छात्र हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।

-प्रो। बीबी मलिक, प्रॉक्टर, बीबीएयू

एकेटीयू में जल्द शुरू होगी आइडिया लैब

डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) में जल्द आइडिया लैब काम करना शुरू कर देगी। यह लैब न केवल प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पंख लगायेगी, बल्कि नवाचार में रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए सहयोगी बनेगी। यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ। पवन त्रिपाठी ने बताया कि इसका लाभ बीटेक के अलावा आईटीआई और पॉलिटेक्निक के छात्रों को भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि वीसी प्रो। प्रदीप कुमार मिश्र के निर्देशन में यूनिवर्सिटी ने आइडिया लैब के लिए एआईसीटीई में आवेदन किया था, जिस पर एआईसीटीई ने यूनिवर्सिटी में आइडिया लैब के लिए अनुदान स्वीकृत कर दिया है। जल्द ही यूनिवर्सिटी और एआईसीटीई के संयुक्त सहयोग से आइडिया लैब काम करना शुरू करेगी। इस लैब में उत्तर प्रदेश के आईटीआई, पॉलिटेक्निक और बीटेक छात्र प्रशिक्षित होंगे। एआईसीटीई ने आइडिया लैब स्थापित करने के लिए गाजियाबाद में छह दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें यूनिवर्सिटी के फैकल्टी कोऑर्डिनेटर ने प्रतिभाग किया।