लखनऊ (ब्यूरो)।दुबग्गा में शुक्रवार सुबह बाग में आम उठाने गए 13 वर्षीय नीरज की करंट लगने से मौत हो गई। हादसे से गुस्साए परिजनों ने शव रख कर दुबग्गा रोड जाम कर दी। हंगामे की सूचना पर दुबग्गा और पारा पुलिस मौके पर पहुंची। परिवार ने बिजली कर्मचारियों की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। शाहपुर भमरौली निवासी नीरज उर्फ कल्लू सुबह आठ बजे घर का सामान लेने साइकिल से निकला था। रास्ते में उसे बाग में आम पड़े नजर आए। इस पर नीरज आम उठाने बाग में चला गया। बाग मालिक ने सुरक्षा के लिए लोहे के तार लगवाए हुए हैं। बाग के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। इंस्पेक्टर अनिल प्रकाश के मुताबिक, गुरुवार को हुई बारिश के कारण फैंसिंग में करंट उतर आया होगा। सुबह जब नीरज आम उठाने के लिए बाग में पहुंचा तभी उसे फैंसिंग से करंट लग गया। नीरज की मौत होने की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। इसके बाद शव की पहचान करते हुए पुलिस ने छात्र के परिवार को जानकारी दी।

पढ़ाई के साथ करता था नौकरी

नीरज की मां कांति देवी, बहन नैना और भाई धीरज के साथ रहता था। पिता की नौ साल पहले ही मौत हो चुकी है। कक्षा छह में पढ़ाई करने वाला नीरज एक हार्डवेयर की दुकान पर काम भी करता था। जिससे मिलने वाले रुपये से वह अपनी पढ़ाई का खर्च निकालने के साथ मां की मदद करता था। नीरज की मौत की खबर मिलते ही मां बेसुध होकर गिर पड़ी। रिश्तेदार और पड़ोसियों ने उसे किसी तरह संभाला।

सूचना देने पर पर नहीं आए बिजली कर्मी

प्रदर्शन कर रहे परिवार वालों ने आरोप लगाया कि नीरज करंट लगने के बाद तड़प रहा था। स्थानीय लोगों ने बिजली उपकेंद्र को सूचना देते हुए लाइन बंद करने को कहा, लेकिन बिजली कर्मियों ने सुध नहीं ली। काफी देर तक लोग इंतजार करते रहे। बुरी तरह से झुलसे नीरज को सही समय पर इलाज नहीं मिल सका। इस कारण ही उसकी मौत हुई है।

एंबुलेंस भी फंस गई जाम में

एसीपी काकोरी आशुतोष कुमार के मुताबिक, कांति देवी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। बिजली कर्मियों पर जो आरोप लगे हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। वहीं, भूंवर पुल पर प्रदर्शन के कारण करीब तीन घंटे तक कानपुर बाईपास रोड जाम रहा। इस दौरान मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस भी जाम में फंस गई। पुलिस कर्मियों ने किसी तरह जाम में फंसी एंबुलेंस को बाहर निकाला। वहीं, एसीपी काकोरी के आश्वासन देने के बाद कांति देवी अपने बेटे के शव की अंतिम क्रिया करने को तैयार हुईं।