लखनऊ (ब्यूरो)। डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में बुधवार को विद्या परिषद की 66वीं बैठक में वीसी प्रो। पीके मिश्रा ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। वीसी ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए लेट फीस को आधा करने का निर्णय हुआ है। वहीं, एग्जाम के लिए क्वेश्चन बैंक बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। साथ ही, यूनिवर्सिटी में दो विभाग स्थापित करने के प्रस्ताव को भी हरी झंडी मिल गयी है। वास्तुकला एवं योजना संकाय में एक और कोर्स संचालित करने सहित कई अन्य निर्णय भी लिये गए। वीसी प्रो। मिश्रा ने बताया कि यूनिवर्सिटी उन छात्रों से जो समय रहते परीक्षा फॉर्म नहीं भरते, उत्तर पुस्तिकाओं में गलत रोल नंबर लिख देते हैं या बारकोड खराब कर देते हैं, से निर्धारित लेट फीस लेती है, जिसे कम किया गया है।

तैयार किया जाएगा क्वेश्चन बैंक

एकेटीयू जल्द एग्जाम के लिए क्वेश्चन बैंक तैयार करेगा। इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थाओं के विषय विशेषज्ञों को नामित करते हुए पाठ्यक्रम व ब्रांचवार समिति गठित कर क्वेश्चन बैंक बनाया जाएगा। इसमें चार सेक्शन होंगे, जिसमें पहला वस्तुनिष्ठ क्वेश्चन, दूसरा लघु उत्तरीय क्वेश्चन, तीसरा दीर्घ उत्तरीय क्वेश्चन और चौथा दीर्घ उत्तरीय कठिन स्तर के क्वेश्चन होंगे। इसमें सवालों को 5 से 10 सालों के लिए तैयार कराया जाएगा। हरतीन साल बाद क्वेश्चन बैंक में नये सवाल तैयार किये जायेंगे।

बीफार्मा और एमबीए की होगी पढ़ाई

बैठक में एकेटीयू परिसर में दो विभाग स्थापित करने पर भी निर्णय लिया गया। इसके तहत फॉर्मेसी विभाग खोला जाएगा, जिसमें बीफार्मा की पढ़ाई होगी। इसी तरह परिसर में ही प्रबंधन संकाय के तहत एमबीए शुरू करने का निर्णय लिया गया है। वास्तुकला एवं योजना संकाय में एक नया कोर्स पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन जीओ इन्फॉरमेटिक्स शुरू करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गयी है। इस कोर्स के तहत पास स्टूडेंट्स को प्रोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा दिया जाएगा। इसके अलावा बैठक में पीएचडी जमा करने की समय सीमा बढ़ाने पर भी निर्णय लिया गया।