यहां भेजें सुझाव और शिकायतें
- ट्विटर अकाउंट @UPSRTCHQ, CGMO UPSRTC, CGMT UPSRTC
- व्हाट्स एप नंबर -9415049606
- टोल फ्री नंबर- 18001802877
- परिवहन निगम में बनाया गया मीडिया सोशल सेंटर
- ट्विटर अकाउंट, व्हाट्सएप और हेल्पलाइन नंबर पर आने वाली शिकायतों की होगी सुनवाई
LUCKNOW :
रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों को परिवहन निगम ने शनिवार को एक शानदार तोहफा दिया। अब ये यात्री परिवहन विभाग के अधिकारियों तक बस एक क्लिक पर अपनी बात पहुंचा सकेंगे। शनिवार को परिवहन निगम में सोशल मीडिया सेंटर का शुभारंभ किया गया।
मंत्री ने किया शुभारंभ
परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने सोशल मीडिया सेंटर के अंदर लगे कंप्यूटर पर बटन दबाकर इस सेवा की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सूचना क्रांति के इस युग में लोग तुरंत ही जानकारी चाहते हैं। ऐसे में सफर के दौरान लोगों को यदि काई परेशानी होती है तो उनकी समस्याओं के समाधान में यह मीडिया सेंटर कारगर साबित होगा।
डिटेल भी उपलब्ध कराएं
परिवहन मंत्री ने कहा कि इस सेंटर की उपयोगिता तभी है जब यहां आने वाले सुझावों और शिकायतों का निराकरण कर उसकी डिटेल भी तुरंत संबंधित व्यक्ति तक पहुंचाई जाए। लोगों को पता चल सके कि उनका काम आधे घंटे या फिर निश्चित समय में हो गया है। ऐसे होने पर लोग निगम के प्रति अपनापन महसूस कर सकेंगे।
सभी तरह की जानकारी
इस मौके पर प्रमुख सचिव परिवहन अरविंद कुमार ने कहा कि सेंटर पर सभी तरह के शासनादेश और सभी क्षेत्रों के अधिकारियों के नंबर हों, जिससे तुरंत बात कर स्थिति क्लीयर हो सके। इस मौके पर परिवहन निगम के एमडी डॉ। राजशेखर ने कहा कि यहां आने वाले सभी सुझावों और परेशानियों की मॉनीटरिंग गहनता से होनी चाहिए। इसके लिए मुझे हर 15 दिन में यहां की रिपोर्ट मिलनी चाहिए। क्या दिक्कतें आई और कितनी निस्तारित की गई और कितनी देर में, यह जानकारी भी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सेंटर की जिम्मेदारी जीएम अनघ मिश्रा और सीजीएम टेक्निकल जयदीप वर्मा को दी गई है। वे रोजाना इसकी मॉनीटरिंग करेंगे। यह सेंटर सात दिन 24 घंटे खुला रहेगा।
इसे भी जानें
- एज सून एज पॉसिबल के आधार पर दिया जाएगा जवाब
- जल्द निर्धारित होगा रिस्पांस टाइम
- सेंटर में फिलहाल तीन कंप्यूटर लगाए गए हैं
परिवहन विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर नौ लोगों को और तैनात किया जाना है। वहां आने वाली कॉल का विवरण कुछ दिन पहले ही चेक किया गया था। कम लोग होने के कारण सभी कॉल अटेंड नहीं हो पाती हैं।
डॉ। राजशेखर, एमडी, परिवहन निगम