लखनऊ (ब्यूरो)। दुबग्गा में एक शिक्षिका तीन साल से 13 वर्षीय छात्रा को बंधक बनाकर अपने घर में रखे थी। वह छात्रा से घरेलू काम कराती थी। शिक्षिका की प्रताडऩा से तंग आकर किसी तरह छात्रा घर से भागी और पुलिस को आपबीती सुनाई। शिक्षिका छात्रा को पढ़ाने के लिए बाराबंकी से लेकर आई थी। पुलिस शिक्षिका को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं, छात्रा के परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया है।

घर में बंधक बनाकर रखती थी

मूलरूप से बरावन कला गांव निवासी स्वर्ण लता बाराबंकी के जयचंदपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका है। स्वर्ण लता पर एक 13 वर्षीय छात्रा को करीब 3 वर्ष से बंधक बनाकर रखने का आरोप है। स्वर्ण लता ने बताया कि वह उसे पढ़ाने के लिए घर लाई थी। जब परीक्षा होती थी, तो साथ ले जाकर परीक्षा दिलवाती थी, फिर वापस घर ले आती थी। वहीं, बंधक रही छात्रा के बताया कि शिक्षिका पढ़ाने के नाम पर घर लाई थी, लेकिन घर पर लाकर घरेलू काम करवाती थी और प्रताडि़त भी करती थी। बाहर जाते समय घर में ही बंद कर देती थी, ताकि वह कहीं भाग न सके।

डॉग का खाना बनवाती थी

पीडि़त छात्रा ने बताया कि शिक्षिका ने घर में डॉग भी पाले हैं, जिसके लिए मुझसे जबरदस्ती खाना बनवाया जाता था। काम न करने पर छात्रा प्रताडि़त भी किया जाता था। बुधवार को छात्रा ने किसी तरह घर से बाहर निकलकर आसपास के लोगों को अपनी हालत के बारे में बताया। लोगों ने छात्रा को पुलिस तक पहुंचाया, जहां उसने पूरी कहानी सुनाई। छात्रा ने बताया कि उसके पिता मजदूर हैं। शिक्षिका फोन पर परिजनों से बात कराती थी। इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह के मुताबिक, शिक्षिका की कोई संतान नहीं है। वह छात्रा को घर पर रखे हुए थी। छात्रा के परिजनों को सूचित किया गया है। परिजन आ रहे हैं। उनकी तहरीर पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।