लखनऊ (ब्यूरो)। मरीजों को जटिल जांचों के लिए अब मेडिकल कॉलेज के चक्कर नहीं लगाने होंगे, क्योंकि अब आशियाना स्थित लोकबंधु अस्पताल में गंभीर बीमारियों की जांच और इलाज आसान होगी। यहां पर जल्द ही एंडोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी और ब्रोंकोस्कोपी की जांच शुरू हो जाएगी। इसके लिए उपकरण जल्द आएंगे। साथ ही, ट्रेनिंग के लिए डॉक्टर को पीजीआई भेजा जाएगा। अधिकारी माह के अंत तक तीनों जांच शुरू करने की बात कह रहे हैं।

हो सकेंगी सभी जांचें

लोकबंधु अस्पताल में 300 से अधिक बेड हैं। वहीं, अस्पताल में रोजाना करीब 2 हजार मरीज आते हैं। अभी तक सांस की गंभीर बीमारी की जांच, पेट व आंत की गांठ आदि जांचों के लिए दूसरे अस्पताल रेफर किया जाता था, क्योंकि सांस की बीमारियों का पता लगाने मेंं ब्रोंकोस्कोपी, पेट व आंतों से संबंधी बीमारियों का पता लगाने में अहम जांच कोलोनोस्कोपी और एंडोस्कोपी जांच की सुविधा नहीं है। पर जल्द ही अस्पताल में इन तीनों जांचों की सुविधा शुरू होने जा रही है। ऐसे में अल्सर, पेट के भीतर आंतों में रुकावट, घाव व गांठ आदि का कोलोनोस्कोपी जांच से पता चल सकेगा। इसके अलावा जांच व इलाज में अहम एंडोस्कोपी की सुविधा भी अस्पताल में शुरू होगी।

कानपुर से आएंगे उपकरण

कानपुर के जिला चिकित्सालय में लंबे समय से ये उपकरण रखे हैं। इनका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, उर्सला में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी से लाखों रुपये की कीमत के उपकरण बेकार पड़े थे। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ। लिली सिंह ने छह फरवरी को मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए निदेशक उपचार डॉ। केएन तिवारी को उर्सला से उपकरण मांगने के निर्देश दिए। इन तीनों उपकरणों को लोकबंधु अस्पताल में जल्द से जल्द स्थापित करने को कहा गया है।

फिजीशियन को पीजीआई में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। जल्द से जल्द मरीजों को जांच व इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। अभी इन तीनों जांचों की सुविधा राजधानी के किसी भी सरकारी अस्पताल में नहीं है। ये जांचें शुरू होने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

-डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी, एमएस, लोकबंधु अस्पताल

सूत्रों अलग से लिखकर याद करें

मैथ्स में सबसे ज्यादा अहम फॉम्र्यूले ही होते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स लास्ट दिनों के लिए अलग से फॉम्र्यूलों के नोट्स बनाएं। इसके अलावा पेपर हल करते समय भी फॉम्र्यूले जरूर लिखें।

-अभय मिश्रा, प्रवक्ता, गणित, राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज

टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी

मैथ्स का पेपर लंबा होता है। कई बार स्टूडेंट्स सवाल को सीक्वेंस में हल करने के चक्कर में पेपर छोड़ देते हैं। इन दिनों सवालों के टाइम और उनकी प्रैक्टिस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कोशिश करें कि बड़े सवालों को पहले ही हल कर लें।

-नरेश मिश्रा, एचओडी, मैथमेटिक्स, डीपीएस