- ट्रैफिक पुलिस ने 10 की जगह 12 प्रतिशत कंट्रोल किये एक्सीडेंट

- शहर में अब केवल 16 ब्लैक स्पॉट, ब्लैक स्पॉट पर लगाए गए बोर्ड

- चेतावनी बोर्ड के साथ नजदीकी हॉस्पिटल व इमरजेंसी नंबर भी होंगे दर्ज

LUCKNOW: रोड एक्सीडेंट और उसमें होने वाली मौत के आंकड़ों को कम करने के लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट के साथ-साथ जिम्मेदार विभागों को टारगेट दिया गया था। हर साल यह टारगेट दस प्रतिशत का है। सितंबर में ट्रैफिक पुलिस ने इस टारगेट को न केवल पूरा कर लिया बल्कि इसमें दो प्रतिशत का इजाफा भी किया है। ट्रैफिक विभाग वर्ष 2019 की तुलना में सिंतबर 2020 में 12 प्रतिशत रोड एक्सीडेंट व उसमें होने वाली मौत पर कंट्रोल करने में सफल हुआ है।

अब लखनऊ में मात्र 16 ब्लैक स्पॉट

दो साल पहले तक लखनऊ में करीब 86 ब्लैक स्पॉट थे, जहां सबसे ज्यादा एक्सीडेंट होते थे। ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने रोड सेफ्टी डिपार्टमेंट, पीडब्ल्यूडी, सेतु निगम, नगर निगम व अन्य संबंधित डिपार्टमेंट के साथ मिलकर 86 ब्लैक स्पॉट को धीरे-धीरे खत्म किया है। अब मात्र 16 ब्लैक स्पॉट बचे हैं। डिपार्टमेंट का कहना है कि इन 16 ब्लैक स्पॉट को खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन यहां बचाव के उपाय किए जा रहे हैं।

ब्लैक स्पॉट पर लगाए गए बोर्ड

बीबीडी, सुषमा हॉस्पिटल तिराहा, शहीद पथ मोड़ समेत सभी 16 ब्लैक स्पॉट पर ट्रैफिक डिपार्टमेंट चेतावनी बोर्ड लगाकर एक्सीडेंट को रोकने का प्रयास कर रहा है। चेतावनी बोर्ड के साथ-साथ उससे नजदीकी हॉस्पिटल, ट्रामा सेंटर, इमरजेंसी नंबर का बोर्ड भी लगाया जा रहा है ताकि हादसा होने पर तत्काल मेडिकल राहत मिल सके और लोगों की जान बचाई जा सके।

एक नजर आंकड़ों पर

सितंबर में एक्सीडेंट के इांकड़े

वर्ष एक्सीडेंट मौत

2019 127 37

2020 75 34

जनवरी से सितंबर के आंकड़े

वर्ष एक्सीडेंट मौत

2019 1272 407

2020 802 358

कोट-

रोड एक्सीडेंट और उसमें होने वाली मौत के आंकड़ों को कम करने के लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट लगातार काम कर रहा है। सितंबर में डिपार्टमेंट ने टारगेट से दो प्रतिशत कम आंकड़ों को भी टच कर लिया है। एक्सीडेंट की घटनाएं रोकने के लिए हर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।

पुर्णेन्दू सिंह, एडीसीपी ट्रैफिक