लखनऊ (ब्यूरो)। गर्मी के इस मौसम में बच्चों को धूप से बचाना बेहद जरूरी है। अगर बच्चों की तबियत जरा भी गड़बड़ लगे या उसका मन किसी काम में न लगे तो उनका फीवर चेक करें। बुखार हो तो उसे डॉक्टर को दिखाएं। वहीं अगर बच्चे को खांसी आ रही है तो इसमें लापरवाही न करें, उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
इन लक्षणों पर दें ध्यान
- बच्चा बार-बार अपना पेट दबाए
- उसका किसी काम में मन न लगे
- पलकें अधिक देर तक बंद करे
- बार-बार सिर को हाथों से दबाए

बचाव के लिए क्या करें
- बच्चे को खाने में अधिक से अधिक लिक्विड दें
- स्कूल से आने के बाद बच्चे को कूलर या एसी में न बैठाएं
- खाली पेट बच्चे को स्कूल न भेजें
- खाने में अंगूर, संतरा, तरबूज जैसे फल दें

इस मौसम में बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। दोपहर के समय उन्हें बाहर न निकलने दें। धूप से आने के बाद बच्चों को तुरंत एसी या कूलर के सामने न बैठने दें। अगर बच्चे को कोई भी तकलीफ हो तो उसे डॉक्टर को दिखाएं।
डॉ। शशांक सिंह, पीडियाट्रिशियन, लोहिया संस्थान

बुजुर्गों को डिहाइड्रेशन से बचाएं
जब तापमान काफी अधिक हो जाता है तो बुजुर्गों में कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं। अधिक आयु वाले लोगों में डिहाइड्रेशन की समस्या अधिक आती है। वहीं इंफेक्शन का भी खतरा होता है। अगर बुजुर्गों में ये समस्या दिखे तो उन्हें डॉक्टर के पास ले जाएं। खुद से कोई भी इलाज करने से बचना चाहिए।
इन लक्षणों पर दें ध्यान
- उल्टी और दस्त की शिकायत
- सिर में दर्द का बने रहना
- अचानक से घबराहट होने लगना
- यूरीन का कम होना

बचाव के लिए क्या करें
- शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें
- तरल खाद पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें
- अधिक समय तक खाली पेट न रहें
- सुबह जल्द या सूरज ढलने के बाद ही घर से निकलें

भीषण गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन के कारण बुजुर्गों में उल्टी, दस्त और हीट स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में बुजुर्गों को शरीर में पानी की मात्रा कम नहीं होने देनी चाहिए।
डॉ। वीरेंद्र आतम, मेडिसिन विभाग, केजीएमयू

एक्सरसाइज से खुद को रखें सुरक्षित
सर्विस क्लास लोगों के समाने मजबूरी है कि उन्हें इस तेज धूप के मौसम में भी घर से बाहर निकलना ही है। ऐसे में उन्हें अपनी सेहत का अधिक से अधिक ध्यान रखना चाहिए। जिन लोगों को शुगर, बीपी या माइग्रेन जैसी बीमारियां हैं, उन्हें अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। इस मौसम में सुबह के समय वॉक और एक्सरसाइज कर खुद को हेल्दी रखा जा सकता है।
इन लक्षणों पर दें ध्यान
- अचानक जी मिचलाने लगना
- नजर का धुंधलाना
- अचानक पसीना आना और उलझन होना
- शरीर में हल्का कंपन होना

बचाव के लिए क्या करें
- ब्रेकफास्ट में दलिया, ओट्स, पोहा आदि का सेवन करें
- लंच में दही का रायता जरूर लें
- शुगर के मरीज थोड़ा-थोड़ा खाना कई बार में खाएं
- फलों के साथ लस्सी, मट्ठा आदि अनिवार्य रूप से लें

सर्विस क्लास लोगों के लिए घर से बाहर निकलना मजबूरी है। ऐसे में घर से निकलते समय उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। जो लोग बीपी के मरीज हैं, उन्हें आहार में नमक की मात्रा कम कर देनी चाहिए।
डॉ। शिल्पी पांडेय, डायटिशियन, पीजीआई

इन चीजों का सब रखें ध्यान
- बाहर निकलने वाले लोग अपने साथ पानी की बोतल रखें
- बाहर का खाना खाने से बचें, इससे फूड प्वाइजनिंग हो सकती है
- कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम की जगह छाछ, पना आदि का सेवन करें
- बेल का शरबत इस मौसम में काफी फायदेमंद होता है
- अपने साथ ग्लूकोस का पैकेज लेकर चलें

बच्चों के लिए विशेष सावधानियां
- सिर पर तौलिया डालकर ही घर से निकलें
- बच्चों को फुल बांह के सूती कपड़े ही पहनाएं
- बच्चों के शरीर को गीले कपड़े से पोछते रहें
- छह माह तक के बच्चे को मां का दूध पिलाएं