लखनऊ (ब्यूरो)। स्वच्छता परीक्षा के मद्देनजर आज से फील्ड सर्वे भी शुरू कर दिया गया है। इसके अंतर्गत केंद्र से टीमें अलग-अलग शहरों में जल, थल और वायु की स्वच्छता संबंधी बिंदुओं पर मॉनीटरिंग करेंगी और अपनी रिपोर्ट बनाएंगी।
निगम ने तैयारी शुरू कीं
नगर निगम लखनऊ की ओर से तीनों ही बिंदुओं पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। तीनों ही बिंदुओं पर अलग-अलग प्लान बनाया गया है। मुख्य फोकस ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को समाप्त करने पर है। जिससे स्वच्छ वायु और फील्ड स्वच्छता संबंधी बिंदु पर एक साथ असर हो सके।

क्लीन वाटर
इसके अंतर्गत निगम प्रशासन की ओर से ऐसे प्वाइंट्स चिन्हित किए जा रहे हैैं, जहां अक्सर वाटर लाइन में लीकेज हो जाता है। जिससे लोगों को दूषित जलापूर्ति का सामना करना पड़ता है। वहीं ऐसे इलाके भी चिन्हित किए जा रहे हैैं, जहां वाटर लाइन तो है लेकिन लोगों को पानी नहीं मिल रहा है।
नई वाटर लाइन का कांसेप्ट
क्लीन वाटर कंपोनेंट के अंतर्गत उन इलाकों में नई पेयजल लाइन बिछाए जाने की भी योजना तैयार की गई है, जहां अभी वाटर या तो है नहीं या सालों पुरानी है। यह काम अमृत योजना के अंतर्गत कराया जाएगा।

क्लीन एयर
राजधानी का एक्यूआई लेवल हमेशा 220 के पार रहता है। यहां हवा की गुणवत्ता शुद्ध नहीं रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए निगम प्रशासन की ओर से दो चरणों में कदम उठाए जा रहे हैं।
1- मलबा उठान
हर जोन में नियमित रूप से मलबा उठान की कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही रोड साइड मलबा फेंकने वालों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है। भवन स्वामियों से भी अपील की गई है कि रोड पर मलबा न डालें।
2- पानी का छिड़काव
सभी प्रमुख मार्गों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। इसके साथ ही उन मार्गों पर दो बार पानी का छिड़काव कराया जा रहा है, जहां सबसे अधिक धूल उड़ती है।

क्लीन फील्ड
इस बिंदु के अंतर्गत सबसे पहले 100 से अधिक डंपिंग प्वाइंट्स को समाप्त किए जाने की तैयारी की जा रही है। अभी तक 50 से अधिक अन्य ओपन डंपिंग प्वाइंट्स बंद किए जा चुके हैं। जबकि 31 मार्च तक सभी ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को बंद किए जाने का लक्ष्य है।
वेस्ट परिवहन-निस्तारण पर फोकस
इसके अंतर्गत वार्डों से वेस्ट कलेक्ट करके उसे शिवरी प्लांट पहुंचाना और वहां वेस्ट का निस्तारण किया जाना शामिल है। इसके लिए अलग से व्यवस्था बनाई जा रही है। भवन स्वामियों से भी अपील की जा रही है कि वे अपने घरों में सूखा और गीला वेस्ट रखने के लिए अलग-अलग कलर के डस्टबिन रखेेंं।

स्वच्छता परीक्षा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हर एक कंपोनेंट पर काम किया जा रहा है, जिससे निगम लखनऊ को बेहतर अंक मिलें और राजधानी की रैैंकिंग टॉप थ्री में आ सके।
अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त