-सीरियल किलर सलीम-रुस्तम-सोहराब गैंग पर एसटीएफ ने कसा शिकंजा

-शहर के व्यापारियों से वसूलते थे रंगदारी, सट्टे के कारोबार से भी हिस्सा

LUCKNOW:

पुलिस का आईकार्ड और काम शहर के व्यापारियों से रंगदारी की वसूली। विकास दुबे कांड के बाद एक्शन में आई एसटीएफ ने बुधवार को राजधानी के कुख्यात सीरियल किलर सलीम-रुस्तम-सोहराब गैंग पर अपना शिकंजा कसा। एसटीएफ और सरोजनीनगर पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए गैंग के छह शार्प शूटर्स को धर दबोचा। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से पुलिस के आईकार्ड के अलावा चार तमंचे, भारी मात्रा में कारतूस और दो चोरी की बाइक बरामद की हैं।

पुलिस को देखते ही शुरू कर दी फायरिंग

आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि सलीम-रुस्तम-सोहराब गैंग के शहर में एक्टिव होने की सूचनाएं मिल रही थीं। जिस पर एसटीएफ में तैनात डीएसपी डीके शाही की टीम को जांच में लगाया गया। इसी दौरान बुधवार को सूचना मिली कि गैंग के शूटर्स दो बाइक पर सवार होकर सरोजनीनगर में किसी वारदात को अंजाम देने आने वाले हैं। सूचना मिलते ही टीम ने सरोजनीनगर पुलिस के साथ बिजनौर रोड पर घेराबंदी कर ली। तभी बदमाश उस ओर आते दिखाई दिये। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी और बाइक घुमाकर भागने लगे।

पीछा कर दबोचा

पुलिस टीम ने खुद को बचाते हुए बदमाशों का पीछा किया और आखिरकार कुछ दूर उन्हें दबोच लिया। पकड़े जाने पर बदमाशों की शिनाख्त सआदतगंज निवासी अनवार खान उर्फ अन्नू, कैंट निवासी अकरम, मो। ओवैस उर्फ गोलू, शीबू व मोहम्मद रेहान और मलिहाबाद निवासी मीसम खान के रूप में हुई। एसटीएफ टीम ने उनके कब्जे से एक पुलिस का आईकार्ड, चार तमंचे, भारी संख्या में कारतूस, दो बाइक व पांच मोबाइल फोन बरामद किये। आरोपियों ने पूछताछ में कुबूल किया कि वे रंगदारी और सट्टा संचालकों से अवैध वसूली करते हैं। इससे जो भी आमदनी होती है, उस पैसे का एक भाग यह लोग आपस में बांट लेते हैं। जबकि, बाकी पैसे से गैंग के सदस्यों के विरूद्ध जो मुकदमे चल रहे हैं उसकी पैरवी करते हैं।

पुलिस से बचने को बनवाया आईकार्ड

पूछताछ में अभियुक्त अनवार खान ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान पुलिस ने रोड पर निकलने पर रोकटोक बढ़ा दी थी। लिहाजा, पुलिस से बचने के लिये उसने यह आईकार्ड बनवा लिया। उसने बताया कि वह कई बार इस आईकार्ड के बल पर लोगों पर रौब गांठता था। पूछताछ के दौरान अभियुक्त बरामद बाइकों के कागज नहीं दिखा सके, लिहाजा पुलिस इन बाइकों को चोरी का मान रही है।