लखनऊ (ब्यूरो)। गुरुवार को पीजी के ऑर्ट्स सब्जेक्ट का दोपहर 2 बजे से एग्जाम था। स्टूडेंट्स में परीक्षा केंद्रों के संबंध में जारी निर्देशों को लेकर भ्रम की स्थिति रही। उनका कहना था कि यूनिवर्सिटी ने सेंटर को लेकर सही निर्देश नहीं जारी किए। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि केंद्र्र को लेकर वेबसाइट पर स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

कई विभाग एग्जाम के लिए नहीं थे तैयार

सू़त्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी ने एग्जाम सेंटर को लेकर स्पष्ट निर्देश सभी एचओडी को नहीं दिए थे। जब दूसरी पाली में स्टूडेंट्स एग्जाम देने केंद्रों पर पहुंचे तो उनको बताया गया कि वहां एग्जाम नहीं होना है। ऐसे में अंतिम क्षण में शिक्षकों द्वारा वापस भेजे जाने से छात्र घबरा गए। उन्हें बताया कि उन्हें अपने विभाग में ही वैकल्पिक पेपर के लिए उपस्थित होना है। शिक्षकों ने बताया कि सही जानकारी न होने के कारण उन्हें क्वेश्चन पेपर वापस कर दिए। पर परीक्षा विभाग ने दबाव बनाकर एग्जाम कराने को कहा। जिसके बाद एग्जाम कराया गया।

यहां स्थिति सर्वाधिक खराब

एमए थर्ड सेमेस्टर के एग्जाम को लेकर इकोनॉमिक्स, सोशल वर्क और सोसियोलॉजी डिपार्टमेंट में ज्यादा भगदड़ की स्थिति रही। सही जानकारी न होने के कारण तीनों ही डिपार्टमेंट के शिक्षक स्टूडेंट्स को संबंधित विषय के डिपार्टमेंट में जाकर पेपर देने को कहा। जिसके बाद स्टूडेंट्स एक डिपार्टमेंट से दूसरे डिपार्टमेंट चक्कर काटते है। इसके बाद जानकारी होने पर परीक्षा विभाग ने सभी डिपार्टमेंट से बात कर किसी तरह एग्जाम समय पर शुरू कराने की बात कही।

सब्जेक्ट वाइस बैठाया गया

कई विभागों ने स्टूडेंट्स को उनके सब्जेक्ट वाइस एक ही रूम में बैठाकर एग्जाम कराया, जिसे एग्जाम समय पर शुरू हो सके। तो वहीं कई विभागों में कक्ष निरीक्षकों के तौर पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर एग्जाम को शुरू कराया।

एग्जाम शुरू होने से पहले कुछ डिपार्टमेंट में ये प्रॉब्लम आई। सभी डिपार्टमेंट में समय रहते व्यवस्था कराकर एग्जाम समय पर शुरू कराए गए। किसी भी स्टूडेंट्स का एग्जाम नहीं छुटा है।

विद्या नंद त्रिपाठी, परीक्षा नियंत्रक, एलयू