लखनऊ ब्यूरो: इंदिरानगर में रहने वाले शर्मा जी को लग्जरी गाड़ी खरीदनी थी। वह एक एजेंसी में गए और अपनी पसंदीदा गाड़ी बुक कराई लेकिन जब उन्हें बताया गया कि जो गाड़ी उन्हें चाहिए, उसकी डिलीवरी तीन से चार माह बाद होगी, तो वह निराश हो गए। हालांकि उन्होंने बुकिंग कैंसिल नहीं की। फिलहाल वे अपनी नई गाड़ी का इंतजार कर रहे हैं। लग्जरी गाडिय़ों की लगातार वेटिंग चल रही है। ऐसा नहीं है कि सभी गाडिय़ों की वेटिंग लंबी हो लेकिन मारुति, हांडा, किआ की नई सेगमेंट की गाड़ी समेत कई ऐसे ब्रांड हैैं, जिनकी वेटिंग तीन से चार माह तक की है।

अक्टूबर 21 से चल रही वेटिंग
डीलर्स की माने तो पिछले साल अक्टूबर माह से ही वेटिंग लिस्ट का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। चूंकि प्रोडक्शन धीमा है, जिससे कस्टमर्स को समय से गाड़ी नहीं मिल पा रही है। वेटिंग की दो प्रमुख वजह डीलर्स की माने तो वेटिंग की दो सबसे प्रमुख वजह हैैं। एक तो लगातार डिमांड बढ़ रही है, वहीं दूसरा कारण डिमांड के अनुरूप प्रोडक्शन का न होना है। प्रोडक्शन अगर तेज हो जाए तो डिलीवरी की वेटिंग कम हो सकती है। डीलर्स का यह भी कहना है कि पिछले महीनों के मुकाबले अब वेटिंग का ग्राफ कुछ डाउन देखने को मिल रहा है।

डिमांड पर एक नजर
2 से 3 बुकिंग आती थी चार से पांच माह पहले
6 से 7 बुकिंग का ग्राफ पहुंचा प्रतिदिन
10 से 15 लाख तक की गाड़ी की ज्यादा डिमांड

बोले डीलर्स
इस समय कुछ लग्जरी गाडिय़ों के सेगमेंट में लंबी वेटिंग चल रही है। एक बात यह भी है कि इस समय बुकिंग के ग्राफ में भी उछाल देखने को मिल रही है।
आशुतोष सिंह, जीएम, स्टैैंडर्ड हांडा

ऐसा नहीं है कि सभी सेगमेंट की गाडिय़ों में लंबी वेटिंग चल रही है। कुछ सेगमेंट में वेटिंग अधिक है। कस्टमर्स की ओर से लगातार बुकिंग कराई जा रही है।
अमित चौहान, जीएम, स्काईडेक किआ मोटर्स, आलमबाग

पिछले साल से ही वेटिंग का ग्राफ बढ़ता चला आ रहा है। इस समय बुकिंग कराने वाले कस्टमर्स की संख्या में इजाफा हुआ है। जिससे भी वेटिंग और बढ़ी है।
वैभव मिश्रा, ओनर, पुनीत ऑटोमोबाइल्स