- गूगल मैप पर दिखेंगी सिटी की सड़कें और चौराहे

- फेसबुक पेज पर अपडेट होगा ट्रैफिक की जानकारी वाला मैप

- नो व्हीकल जोन, नो इंट्री, ट्रैफिक डायवर्जन की मिलेगी जानकारी

- व्हॉट्स एॅप पर कर सकेंगे शिकायत और दे सकेंगे सिस्टम सुधारने का सुझाव

pankaj.awasthi@inext.co.in

LUCKNOW: शहर में सबसे ज्यादा सड़क हादसे कहां होते हैं, किन जगहों पर नो-इंट्री है, कौन से एरिया नो ट्रैफिक जोन हैं, कहां ट्रैफिक जाम हैवगैरह वगैरह। ट्रैफिक से जुड़ी अब हर जानकारी फेसबुक और व्हॉट्स एॅप के जरिए आपको पलक झपकते ही मिल सकेगी। ट्रैफिककर्मियों की कमी से जूझ रही लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ने अब सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और उसके प्रसार को देखते हुए इसके बेहतर इस्तेमाल की योजना बनाई है। इसके लिए गूगल मैपिंग का काम शुरू हो गया है।

GTIMS बताएगा ट्रैफिक का सूरते हाल

ट्रैफिक सिस्टम की तस्वीर बदलने की इस कवायद को परवान चढ़ाने वाले एडीजी ट्रैफिक अनिल अग्रवाल ने बताया कि ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर बनाने के लिये ट्रैफिक पुलिस की ओर से जियोग्राफिकल ट्रैफिक इनफॉरमेशन मैनेजमेंट सिस्टम (जीटीआईएमएस) बनाया गया है। गूगल मैप की मदद से तैयार इस प्रोग्राम को सिस्टम से जोड़ दिया जाएगा। जिसके बाद इसे ट्रैफिक पुलिस के फेसबुक पेज 'लखनऊ ट्रैफिक पुलिस' पर अपलोड कर दिया जाएगा। इससे सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था के बारे में आसानी से जाना जा सकेगा। इस मैप में सिटी की सभी सड़कें और चौराहे दिखेंगे।

यह होगा फायदा

कोई भी लखनवाइट इस मैप को देखकर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था का हाल जान सकेगा। इस मैप में वन-वे, नो-इंट्री, नो-व्हीकल जोन, ट्रैफिक डायवर्जन, एक्सीडेंट बाहुल्य एरिया की जानकारी फिंगर टिप्स पर अवलेबल होगी। किन चौराहों और सड़कों पर कितने ट्रैफिककर्मी तैनात हैं इसका पूरा ब्योरा भी मैप पर अवलेबल होगा। सोशल मीडिया पर अपलोड होने वाली यह जानकारी केवल लखनवाइट्स को ही फायदा नहीं पहुंचाएगी बल्कि तबादले के बाद लखनऊ आने वाले नए ऑफिसर्स को भी इस मैप में ट्रैफिक सिस्टम का ताना-बाना साफ दिख जाएगा।

ट्विटर से भी मिलेगा अपडेट

फेसबुक पेज के साथ ही लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ट्विटर हैंडल भी ऑपरेट करेगी। ट्विटर हैंडल को फॉलो करने वाले लोगों को लगातार ट्रैफिक से संबंधित सभी अपडेट मिलते रहेंगे और लोग उसी के मुताबिक सिटी में अपनी रोजमर्रा के ट्रैवेल को प्लान कर सकेंगे और शहर में रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम में भी कमी आ सकेगी।

अब शिकायत और सुझाव दीजिए व्हॉट्स एॅप पर

फेसबुक और ट्विटर के अलावा सोशल मीडिया के सबसे लोकप्रिय चैट मैसेंजर व्हॉट्स एॅप को भी ट्रैफिक पुलिस ने अपनी बेहतरी के लिये इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। एएसपी ट्रैफिक बृजेश मिश्रा ने बताया कि 9454405155 सीयूजी नंबर पर व्हॉट्स एॅप लोड किया गया है। 17 जून से शुरू किये गए इस नंबर की निगरानी और संचालन की जिम्मेदारी सीओ ट्रैफिक(ईस्ट) रणविजय सिंह को सौंपी गई है। लोग इस नंबर पर अपने सुझाव तो भेज ही सकेंगे इसके साथ ही शहर के ट्रैफिक से होने वाली किसी भी दिक्कत की शिकायत को इस पर भेजा जा सकेगा। इसके साथ ही अगर कोई ट्रैफिक कर्मी किसी भी लखनवाइट के साथ गलत बर्ताव करता है या उससे रिश्वत मांगता है, उसका वीडियो या ऑडियो भी भेजा जा सकता है। एएसपी मिश्रा ने बताया कि व्हॉट्स एॅप पर मिलने वाली किसी भी शिकायत की गंभीरता से जांच कराई जाएगी और दोष साबित होने पर उस ट्रैफिक कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

व्हॉट्स एॅप पर शिकायतों का तांता

सीओ ट्रैफिक(ईस्ट) रणविजय सिंह ने बताया कि व्हॉट्स एॅप पर शिकायतों और सुझाव की योजना बेहद सफल साबित हुई है। इस नंबर पर महज तीन दिनों में ही 1100 से ज्यादा शिकायतें और सुझाव आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि इनमें ऑटो कर्मियों की मनमानी और ओवरलोडिंग की शिकायतें ज्यादा हैं। इसके साथ ही मैसेजेस में उन लोगों की संख्या भी अच्छी खासी है जो इस व्हॉट्स एॅप नंबर को शुरू करने के लिये ट्रैफिक पुलिस को बधाई दे रहे हैं। सीओ सिंह ने बताया कि सभी शिकायतों का समाधान और कार्रवाई करने की कोशिश की जा रही है।