लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के प्रमुख चौराहों को जाम की समस्या से दूर करने के लिए दो नए कदम उठाने की तैयारी की जा रही है। एक तरफ तो व्हीकल लोड के हिसाब से चौराहों पर लगे स्मार्ट सिग्नल की टाइमिंग तय की जाएगी, वहीं दूसरी तरफ चार कॉरीडोर बनाकर उसमें एक साथ ग्रीन सिग्नल की व्यवस्था की जाएगी। जिससे एक बार सिग्नल ग्रीन होने पर वाहन सवार दो से तीन चौराहों को पार कर सकें।

प्रमुख चौराहों पर फोकस

सबसे पहले प्रमुख चौराहों पर फोकस किया जा रहा है। इन चौराहों में मुख्य रूप से पॉलीटेक्निक, मुंशी पुलिया, 1090, हजरतगंज, सिकंदरबाग, महानगर, विकासनगर, आलमबाग आदि शामिल हैैं। यहां पर जा रहा है कि सिग्नल की टाइमिंग क्या है। यह सर्वे सुबह, दोपहर और शाम के आधार पर किया जा रहा है। रात दस बजे से पहले तक चौराहों के व्हीकल लोड की स्टडी की जाएगी।

रूट के हिसाब से टाइमिंग

जो चौराहे चिन्हित किए गए हैैं, उनसे चार रूट कनेक्ट होते हैैं। इसके साथ ही सभी चौराहों पर स्मार्ट सिग्नल भी लगे हैैं। अब प्रत्येक रूट से आने वाले लोड के हिसाब से टाइमिंग शेड्यूल किया जाएगा। इस कदम को उठाने की वजह यही है कि अगर किसी रूट पर सिग्नल की टाइमिंग अधिक है और व्हीकल लोड कम है तो उसे व्हीकल लोड के हिसाब से मेनटेन किया जा सके। वहीं दूसरी तरफ अगर किसी रूट पर टाइमिंग कम है और व्हीकल लोड अधिक है तो टाइमिंग को उसके आधार पर सेट किया जा सके।

2 से 4 मिनट तक टाइमिंग

यह भी कवायद की जा रही है कि व्हीकल लोड के हिसाब से दो से चार मिनट की सिग्नल की टाइमिंग सेट की जाए। हजरतगंज में इसका ट्रायल शुरू किया गया है। हजरतगंज में सुबह से लेकर दोपहर तक चारों रुटों पर लगे सिग्नल की टाइमिंग 4 मिनट तक रहती है, जबकि दोपहर में दो से ढाई मिनट। इसी तरह शाम को फिर से चार मिनट कर दी जाती है। इसी तरह अब अन्य चौराहों पर लगे सिग्नल की टाइमिंग तय की जाएगी।

कॉरीडोर बनाए जाने की तैयारी

रूटों के व्हीकल लोड और सिग्नल टाइमिंग के हिसाब से कॉरीडोर भी बनाए जाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए कई बिंदुओं पर स्टडी हो रही है। पॉलीटेक्निक से मुंशीपुलिया, आलमबाग, हजरतगंज इत्यादि चौराहों के अलग-अलग कॉरीडोर में शामिल किया जा सकता है। वजह यह है कि इन सभी चौराहों पर व्हीकल लोड अधिक होता है। मंडलायुक्त के निर्देश पर चौराहों से गुजरने वाले लोगों से सुझाव भी लेने संबंधी तैयारी की जा रही है।

सर्वे की बनाई जाएगी रिपोर्ट

मंडलायुक्त के निर्देश पर हो रहे सर्वे की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कदम उठाए जाएंगे। इस सर्वे रिपोर्ट में व्हीकल लोड के साथ-साथ रूटों पर काबिज अतिक्रमण और साइड लेने की स्थिति को भी चिन्हित किया जाएगा और उसके आधार पर भी कदम उठाए जाएंगे। जिससे सभी रूटों को पूरी तरह से क्लियर किया जा सके।

चौराहों से गुजरते वक्त पब्लिक को जाम का सामना न करना पड़े, इसके लिए कई बिंदुओं पर कदम उठाए जा रहे हैैं। सिग्नल टाइमिंग के साथ-साथ कॉरीडोर भी बनाए जाने की तैयारी हो रही है।

-डॉ। रोशन जैकब, मंडलायुक्त