लखनऊ (ब्यूरो)। वीसी ने बताया कि गऊघाट पम्पिंग स्टेशन से आईआईएम रोड तक बंधा बनाया जा रहा है। इस तटबंध के बनने से पुराने लखनऊ में नदी किनारे बसी आबादी को जलभराव की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल जाएगी। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बंधे के छूटे हुए 140 मीटर के हिस्से में मिट्टी पटाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसके अलावा बंधे का जो हिस्सा पहले से बना हुआ है, उसमें भी साफ। सफाई और मरम्मत का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक महीने में बंधे का कार्य पूरा करा लिया जाए, जिससे कि लोगों के लिए आवागमन सुगम हो सके।

पशुपालकों से किया संवाद
वीसी ने नदी और बंधे के बीच बसे पशुपालकों से भी सीधा संवाद करके उनकी समस्याएं सुनीं। स्थानीय लोगों द्वारा अनुरोध किया गया कि उन्हें जल्द ही यहां से कैटल कालोनी में उपलब्ध अन्य भूखंडों पर स्थानांतरित कर दिया जाए। इस पर वीसी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शीघ्र ही नियमानुसार कार्रवाई करते हुए पशुपालकों को अन्य भूखंडों पर कब्जा दिया जाए।

एक माह में पीएम आवास पूरे
इसके बाद वीसी और सचिव ने बसंतकुंज योजना के सेक्टर।एन में बन रहे प्रधानमंत्री आवासों का निरीक्षण किया। एलडीए के अधिशासी अभियंता प्रताप शंकर मिश्रा ने बताया कि योजना के अंतर्गत 47 ब्लॉकों में 2256 प्रधानमंत्री आवास बनाए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान वीसी ने अलग।अलग ब्लॉक में जाकर निर्माण कार्य का जायजा लिया। इसमें मेसर्स प्रताप हाईट्स द्वारा किए जा रहे कार्य की प्रगति धीमी पायी गई। इस पर वीसी ने फर्म के प्रतिनिधि को चेतावनी देते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके अलावा अन्य तीन एजेंसियों मेसर्स एशिया कंस्ट्रक्शन, मेसर्स सत्या एवं मेसर्स शिवम लाइट हाउस द्वारा किए जा कार्यों की भी समीक्षा की गई। उन्होंने तीनों एजेंसियों को 28 फरवरी तक भवनों का निर्माण पूर्ण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान चार ब्लॉकों में बाहरी हिस्से की रंगाई।पुताई का कार्य प्रगति पर था। इस मौके पर अधिशासी अभियंता संजीव कुमार गुप्ता, मनोज सागर व ग्रीन कॉरिडोर के प्रोजेक्ट इम्पलीमेंटेशन यूनिट के सदस्य अनिल कुमार सिंह सेंगर, एके श्रीवास्तव और मेहर सिंह आदि अधिकारी उपस्थित रहे।