लखनऊ (ब्यूरो)। गर्मी की छुट्टियों में घूमने जाने वालों का सफर अब मुश्किल हो गया है। इसका कारण यह है कि रेलवे ने जहां दर्जनों ट्रेनों को अचानक निरस्त कर दिया है, वहीं बसें फुल होने के चलते उनमें मुसाफिरों को जगह नहीं मिल पा रही है। सर्वाधिक दिक्कतें उन लोगों को हो रही हैं, जिन्होंने रद की गई ट्रेनों में अपनी सीटें रिजर्व करा ली थीं।

लोगों ने कैंसिल कर दिया टूर

सफर में आ रही इस समस्या को देखते हुए बहुत से लोगों ने अपना टूर प्लान ही कैंसिल कर दिया है। बिहार, ग्वालियर, चंडीगढ़, देहरादून, दिल्ली, गोरखपुर की ओर जाने वाली रोडवेज की सभी बसें फुल चल रही हैं। रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि मई की शुरुआत से ही बसें फुल होना शुरू हो गया है। अब तो अधिकतर रूट पर ऑनलाइन बुकिंग भी फुल हो चुकी है। सर्वाधिक दिक्कतें दिल्ली रूट पर जाने वाले यात्रियों को हो रही हैं।

अब हम मुंबई कैसे जाएं

चारबाग रेलवे स्टेशन पर लखनऊ से बांद्रा का टिकट कैंसिल कराने आए अमर सिंह ने बताया कि उन्होंने दो माह पहले बांद्रा का टिकट लिया था। अचानक ट्रेन कैंसिल कर दी गई। उनके साथ चार और लोगों को भी मुंबई जाना था। जो ट्रेन चल रही है, उसमें सीट मिलना नामुमकिन है। अब दिल्ली जाने की सोच रहा हूं ताकि वहां से कोई साधन मुंबई के लिए मिल सके, लेकिन दिल्ली के लिए तो बस ही नहीं मिल पा रही है।

धर्मस्थलों को जोड़ते हुए चलेंगी बसें

धर्मस्थलों तक लोगों को पहुंचाने के लिए रोडवेज बसों का संचालन और बेहतर किया जाएगा। इसके लए प्रदेश के दस प्रमुख धर्मस्थलों की सूची तैयार की जा रही है। इन सभी धर्मस्थलों के लिए रोडवेज बसों का संचालन किया जाएगा। रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार अभी बनारस और लखनऊ से ही सभी धर्मस्थलों के लिए बसें मिलती हैं। इसी तरह बाकी धर्मस्थलों से भी बसों के संचालन की तैयारी की जा रही है। अब अयोध्या से मथुरा, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और सीतापुर के लिए बसें मिल सकेंगी। सभी धर्मस्थलों से टू-बाई-टू जनरथ बसों का संचालन किया जाएगा।

बड़ी संख्या में आते हैं पर्यटक

परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक लखनऊ पल्लव बोस ने बताया कि प्रदेश के धर्मस्थलों में हर माह पर्यटकों की भीड़ रहती है। प्रदेश के सभी धर्मस्थलों का विकास किया जा रहा है, जिससे वहां पर्यटकों की संख्या में और भी इजाफा हो रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी धर्मस्थलों को एक-दूसरे से बसों के माध्यम से जोडऩे की तैयारी चल रही है।