लखनऊ (ब्यूरो)। आलमबाग निवासी महेंद्र सिंह की नाका इलाके में मनी ट्रांसफर की शॉप है। जिसमें वह कमिश्नर पर ऑनलाइन कैश ट्रांजेक्शन करते हैं। 10 फरवरी को रात 9.35 बजे एक युवक शॉप पर आया और एक अकाउंट में 17 हजार रुपए ट्रांसफर करने को कहा। 400 रुपए कमीशन पर सौदा पट गया। महेंद्र सिंह ने कैश ट्रांसफर से पहले कैश मांगा तो उसने कहा कि आप की शॉप पर ही हैं, कहीं जा नहीं रहा हूं, पहले कंफर्म कर लूंगा तभी कैश दूंगा।

टुकड़ों में रकम कर रहे थे ट्रांसफर

इस पर महेंद्र सिंह ने ऑनलाइन कैश ट्रांसफर कर दिया। ऑनलाइन में कैश एक साथ ट्रांसफर नहीं होता है वह टुकड़ों में मतलब पांच हजार से कम रकम ट्रांसफर होता है। तीन ट्रांजेक्शन के बाद कैश ट्रांसफर कराने वाले युवक ने कहीं कॉल कर ट्रांजेक्शन कंफर्म किया। चौथे ट्रांजेक्शन का महेंद्र सिंह प्रोसेज पूरा कर ही रहे थे कि युवक दुकान से निकला और तेजी से भाग गया। महेंद्र सिंह ने उसे काफी दूर तक दौड़ाया लेकिन वे उसे पकड़ नहीं पाए। शातिर ठग अपनी स्पीड व अंधेरे का फायदा उठाकर गायब हो गया।

1 फरवरी को भी की थी वारदात

चारबाग गुरुनानक मार्केट में अजय पाल सिंह की अजय इंटरप्राइजेज नाम से शॉप है। वहां ऑनलाइन मनी ट्रांसफर का काम होता है। 1 फरवरी को यही ठग उनकी शॉप पर रात के समय आया और यहां से पेटीएम अकाउंट नंबर 9935733565 नंबर पर 14 हजार पांच सौ रुपये ट्रांसफर कर लिए। पैसा ट्रांसफर होने का मैसेज आते ही यह बिना पेमेंट दिए वहां से भी भाग गया। स्पीड के कारण उसे यहां भी कोई पकड़ सका।

बता देते तो पहले ही पकड़ जाता

अजय पाल सिंह ने अपने साथ हुई इस घटना का व्यापारियों से कोई जिक्र तक नहीं किया। इसका फायदा उठाकर इस ठग ने राजधानी में 10 जगहों पर इसी तरह वारदातों को अंजाम दिया। कहीं 14 तो कहीं 15 हजार रुपए उसने ट्रांसफर कराए और भाग गया।

साइबर सेल की मदद से पकड़ा गया

मनी ट्रांसफर शॉप कीपर महेंद्र सिंह व अजय पाल सिंह ने इसकी शिकायत नाका थाना के साथ-साथ साइबर क्राइम सेल से की। लिखित शिकायत मिलने के बाद साइबर क्राइम सेल एक्टिव हुई और आरोपी को मड़ियांव इलाके से हिरासत में ले लिया। अब नाका पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। नाका थाने के एडिशनल इंस्पेक्टर के अनुसार युवक ने कई जगहों पर वारदात को अंजाम दिया है। वह जौनपुर का रहने वाला है और मुंबई में भी ऐसी ही वारदातें कर चुका है।