लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में ई-रिक्शा और ऑटो-टैंपो की वजह से लगातार ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है। इसको लेकर ट्रैफिक विभाग और आरटीओ ने कई प्लान भी बनाये, जिनके तहत कई रूटों पर ई-रिक्शा को प्रतिबंध तक कर दिया गया है। पर इनका कड़ाई से पालन न होने की वजह से स्थिति जस की तस बनी हुई है। वहीं, लखनवाइट्स का भी मानना है कि विभाग के अधिकारी कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करते हैं। ऐसे में इसका स्थाई समाधान निकालना चाहिए।

यहां के लिए बनाया प्लान

लखनवाइट्स को जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने शहर के पॉलीटेक्निक और अवध चौराहे पर ई-रिक्शा समेत ऑटो-टैंपो और बसों को खड़ा करने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। यहां पर लाल पट्टी खींचकर चौराहे से 100-100 मीटर की दूरी पर अपने वाहनों को खड़ा करने की अनुमति दी गई है। पर इसके बावजूद यहां पर जाम की स्थिति जस की तस बनी हुई है।

नियम का नहीं होता पालन

बता दें कि शहर में लगभग 520 चौराहे हैं। ट्रैफिक पुलिस का दावा है कि इन चौराहों पर बस, ऑटो, टैंपो और ई-रिक्शा समेत अन्य वाहनों को चौराहों से 50-50 मीटर की दूरी पर वाहन खड़ी करने की अनुमति है, लेकिन धरातल पर इस नियम को कोई फॉलो नहीं कर रहा है। जिसके चलते वाहन चालक मनमर्जी कर रहे है और जाम की स्थिति खड़ी हो रही है।

यहां जाम की समस्या सबसे अधिक

राजधानी की बात की जाये तो ई-रिक्शा, ऑटो-टैंपो की वजह से हजरतगंज, लालबाग, तेलीबाग, कैसरबाग, पीजीआई, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, सिकंदरबाग, बर्लिंग्टन चौराहा, चौक, मेडिकल चौराहा, कृष्णानगर, अवध चौराहा समेत अन्य चौराहों पर जाम की स्थिति रहती है। वो भी तक जब राजधानी में कई जगहों पर ई-रिक्शा के संचालन पर पूरी तरह से प्रतिबंधित है। पर ट्रैफिक विभाग इनपर आंख मूंदे हुए है और कोई कार्रवाई नहीं करता है।

नहीं होती कार्रवाई

तय सीमा से अधिक सवारी ले जाने पर चालान की व्यवस्था है, पर जिम्मेदार विभाग खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं करते हैं। जिसकी वजह से इनपर कोई कार्रवाई नहीं होती है। ये बेधड़क राजधानी में गाड़ी दौड़ा रहे हैं। वहीं, आरटीओ कार्रवाई का दावा तो करता है, लेकिन धरातल पर कुछ दिखाई नहीं देता।

ई-रिक्शा गलत ढंग से चलाने वालों के खिलाफ कोई एक्शन न होने से समस्या बनी हुई है। विभाग एक्शन के नाम पर केवल दिखावा करता है।

-इकबाल रसूल अब्बासी

प्रतिबंध के बावजूद ई-रिक्शा हर जगह दौड़ रहे हैं। इनपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। विभाग को कड़ी कार्रवाइ करनी चाहिए।

-सरमद अब्बास

ऑटो-टैंपो वाले तेज रफ्तार में चलाते हैं। अधिक सवारी भी भरते है, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। विभाग को सख्ती से नियमों का पालन करवाना चाहिए।

-करण सिंह

विभाग नियम तो बनाता है, लेकिन उसका पालन सख्ती से नहीं करवाता है। जिसकी वजह से इनपर लगाम नहीं लग पा रहा है। ऐसे में जाम की समस्या से हर कोई परेशान है।

-अवधेश सोनकर