- कुख्यात वन्य जीव तस्कर है हिदायत बावरिया, इंटरपोल ने की सराहना

- दुधवा के जाबांज सुरक्षाकर्मियों ने चार माह पहले किया था गिरफ्तार

- भारत और नेपाल के अनुरोध पर चार साल से तलाश रहा था इंटरपोल

LUCKNOW : जिस कुख्यात वन्य जीव तस्कर हिदायत बावरिया उर्फ लंबू की भारत और नेपाल पुलिस के अलावा इंटरपोल भी सरगर्मी से तलाश रही थी, उसे दुधवा नेशनल पार्क के जाबांज सुरक्षाकर्मियों ने गिरफ्तार कर सूबे का नाम रोशन कर दिया। इसी वजह से इंटरपोल ने यूपी सरकार को पत्र भेजकर इसकी सराहना की है। इंटरपोल के डायरेक्टर ऑर्गनाइज्ड एंड इमर्जिग क्राइम ने यूपी सरकार के वन विभाग को भेजे अपने पत्र में दुधवा के सुरक्षाकर्मियों की बहादुरी की सराहना की है।

जहर देकर मारता था टाइगर

दुधवा के पूर्व डायरेक्टर रमेश पांडेय ने बताया कि नेपाल बॉर्डर पर दुधवा और पीलीभीत में हिदायत बीते दस सालों से अपना गैंग ऑपरेट कर रहा था। शारदा नदी के कछार वाले इस इलाके में बाघों का आवागमन होता है और यहां एक समुदाय गौडि़या (छप्पर) डालकर हजारों की तादाद में रहता था जो बीमार और बूढे़ मवेशी पालता था। हिदायत और उसके गैंग ने इसमें घुसपैठ कर बाघों को मारने की योजना बनाई जिसके तहत मवेशियों पर एक खास कीटनाशक का लेप लगाया जाता था और बाघ जब उनको मार कर खाता था तो वह भी अपनी जान गवां देता था। नेपाल पुलिस ने इस बाबत आगाह किया था कि खासी तादात में बाघों को मारकर उसकी खाल और हड्डियां नेपाल भेजी जा रही है। इसके बाद दोनों देशों ने इंटरपोल को इसकी सूचना दी ताकि उसके गैंग को दबोचा जा सके। वहीं इंटरपोल ने भी बताया कि हिदायत के अलावा कल्ला बावरिया जोकि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों में सक्रिय है, उसे भी गिरफ्तार किया जाना जरूरी है।

कई एजेंसियों की ली मदद

हिदायत को गिरफ्तार करने के लिए नेपाल की जांच एजेंसी सीआईबी के अलावा यूपी एसटीएफ से भी मदद ली गयी थी। दुधवा के तत्कालीन डायरेक्टर रमेश पांडेय जो वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो में भी काम कर चुके हैं, उन्होंने हिदायत को पकड़ने के लिए रणनीति बनाई। वहीं बीते वर्ष बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में मीटिंग हुई जिसमें पीसीसीएफ के चीफ वाइल्ड लाइव कंजर्वेटर पवन कुमार और दुधवा के निदेशक रमेश पांडेय ने हिदायत और कल्ला के नेटवर्क पर गहनता से चर्चा करने के बाद उसे दबोचने की रणनीति बनाई। इसके बाद पूरे इलाके से गौडि़या को हटा दिया गया और करीब छह महीने की मशक्कत के बाद उसे संपूर्णा नगर से दबोच लिया गया। अभी उसके गैंग के कई सदस्य फरार चल रहे है जिनकी तलाश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि हिदायत को पकड़ने वाली टीम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित करने का ऐलान भी किया था।

बॉक्स

यूपी पुलिस की भी हुई थी तारीफ

करीब दो वर्ष पूर्व फतेहपुर सीकरी में स्विस कपल के साथ शोहदों द्वारा की गयी मारपीट के मामले में आगरा पुलिस द्वारा लिए गये सख्त एक्शन की देशभर में तारीफ हुई थी। यूपी पुलिस ने ट्विटर पर 'हैशटैग गेट वेल सून मेरी एंड जेरेमी' नाम से कैंपेन भी शुरू किया था जो तेजी से सोशल मीडिया के जरिए दुनिया भर में वायरल हुआ। इसका मकसद स्विस कपल को जल्द स्वस्थ होने की शुभकामनाएं देना था। तत्कालीन केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत देश के तमाम नामचीन हस्तियों ने स्विस दंपत्ति के स्वस्थ होने और दोबारा भारत आने पर आतिथ्य का भरोसा दिलाया था।

कोट

हिदायत ने दुधवा और नेपाल में कई बाघों को अपना शिकार बनाया है। उसे दबोचने के लिए करीब छह महीने तक दिन-रात टीमों ने मेहनत की जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इससे दुधवा और कतर्नियाघाट को एक बार फिर बाघों के लिए सुरक्षित किया जा चुका है।

- रमेश पांडेय, पूर्व निदेशक, दुधवा नेशनल पार्क