लखनऊ (ब्यूरो)। नवोदित संगीत प्रतिभाओं को कभी मेहनत से भागना नहीं चाहिए और जमकर मेहनत करनी चाहिए। जो इस प्रतियोगिता की प्रक्रिया से गुजरा होगा, वही इसके महत्व को भली भांति समझ सकता है। मैं भी इस प्रतियोगिता के बाल वर्ग में जीतकर आज अपना थान बना सकी हूं। ये बातें लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के उल्लास उत्सव में नवोदित संगीत प्रतिभाओं के पुरस्कार वितरण के अवसर पर कहीं। समारोह में अकादमी द्वारा 18 मंडलों में आयोजित संभागीय संगीत प्रतियोगिताओं के उपरांत हुई प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। यहां पिछले तीन वर्षों के विजेता पुरस्कृत हुए।
दूसरों से सीखने का मौका मिलता है
मालिनी अवस्थी ने आगे कहा कि प्रतियोगिता आपको सिर्फ जीतना नहीं सिखाती। आपके आसपास लोग कैसा गा रहे हैं, किसकी कैसी तैयारी है, किसकी प्रस्तुति अच्छी है, किसके गुरु ने किस चीज पर अच्छा काम किया है, यह सब भी पता चलता है। कम समय में अपनी श्रेष्ठ प्रतिभा का प्रदर्शन कैसे किया जा सकता है। वहीं, अकादमी के सचिव तरुण राज ने कहा कि विजेताओं की संगीत प्रस्तुतियों के लिए अकादमी द्वारा नवांकुर समारोह का आयोजन किया जाता है। इसे अधिक दिनों के लिए आयोजित कर ज्यादा से ज्यादा प्रतिभाओं को प्रस्तुति का अवसर दिया जाएगा। समारोह में कानपुर के युवा गायक आयुष द्विवेदी ने धु्रपद गायन प्रस्तुत किया। उन्होंने राग मुल्तानी में गायन किया और बाद में चारुकेशी में भक्ति रचना सुनाई। पखावज पर उनके साथ प्रमोद द्विवेदी ने संगत की।
ये रहे विजेता
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2019-20
बाल वर्ग-प्रथम स्थान
-ऋषिका शुक्ला, प्रयागराज (गायन-ख्याल, तराना
-भावेश पांडे, बरेली (गायन-धु्रपद-धमार)
-अलीशा वारसी, मऊ (गायन-ठुमरी-दादरा)
-आर्यन चटर्जी, गोरखपुर (सरोद वादन)
-अनमोल कुमार द्विवेदी, अतर्रा (तबला वादन)
-अनमोल कुमार द्विवेदी, अतर्रा (पखावज वादन)
-अस्मि मित्तल, सहारनपुर (कथक नृत्य)
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2019-20
किशोर वर्ग-प्रथम स्थान
-स्नेह आशीष दुबे, प्रयागराज (गायन-ख्याल, तराना)
-इशिका सिंह, कानपुर (गायन-धु्रपद, धमार)
-अक्षत प्रताप सिंह, वाराणसी (गायन-ठुमरी, दादरा)
-पुष्कर भागवत, वाराणसी (वायलिन वादन)
-पुष्कर भागवत, वाराणसी (तबला वादन)
-सिद्धांतमणि, अतर्रा, बांदा (पखावज वादन)
-मितुल शर्मा, विंध्यांचल (कथक नृत्य)
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2019-20
युवा वर्ग-प्रथम स्थान
-सविता पांडे, बस्ती (गायन-ख्याल, तराना)
-अलंकृता राय, वाराणसी (गायन-ठुमरी, दादरा)
-अंतरा भट्टाचार्य, लखनऊ (सितार वादन)
-दीपक शिवहरे, लखनऊ (सारंगी वादन)
-देव नारायण मिश्रा, वाराणसी (तबला वादन)
-शुभम केसरी, मऊ (कथक नृत्य)
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2020-21
बाल वर्ग-प्रथम स्थान
-आद्या मुखर्जी, वाराणसी (गायन-ख्याल, तराना)
-शाश्वत पांडे, कानपुर (गायन-धु्रपद, धमार)
-प्रियांक्षी पांडे, कानपुर (गायन-ठुमरी, दादरा)
-मनरीत कौर, बरेली (वायलिन वादन)
-अशित साई, प्रयागराज (गिटार वादन)
-कार्तिकेय चौहान, प्रयागराज (बांसुरी वादन)
-आराध्य प्रवीण, लखनऊ (तबला वादन)
-देवांशी यादव, मेरठ (कथक नृत्य)
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2020-21
किशोर वर्ग-प्रथम स्थान
-ईशान घोष, विंधांचल (गायन-ख्याल, तराना)
-अमन शर्मा, मेरठ (गायन-धु्रपद-धमार)
-अभिषेक कुमार, वाराणसी (बांसुरी वादन)
-सर्वोत्तम मिश्रा, वाराणसी (सितार वादन)
-अमित कुमार, अतर्रा (तबला वादन)
-अमित कुमार, अतर्रा (पखावज वादन)
-पीयूष पांडे, लखनऊ (कथक नृत्य)
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2020-21
युवा वर्ग-प्रथम स्थान
-कृति गुप्ता, कानपुर (गायन-धु्रपद, धमार)
-अक्षत प्रताप सिंह, वाराणसी (गायन-ठुमरी,दादरा)
-चेतन शुक्ला, वाराणसी (तबला वादन)
-अंजुल बाजपेई, लखनऊ (कथक नृत्य)
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2021-22
बाल वर्ग-प्रथम स्थान
-सम्यक पराशरी, बरेली (बांसुरी वादन)
-यशस्वी थपलियाल, मेरठ (कथक नृत्य)
-रिधिमा गुप्ता, वाराणसी (गायन-ख्याल, तराना)
-अनुषा त्रिवेदी, लखनऊ (गायन-ठुमरी, दादरा)
-अर्चिता मौर्या, अयोध्या (गायन-धु्रपद, धमार)
-रूद्रांश प्रताप सिंह, मऊ (तबला वादन)
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2020-21
किशोर वर्ग-प्रथम स्थान
-संजीवनी, प्रयागराज (वायलिन वादन)
-मृणालिनी, गाजियाबाद (कथक नृत्य)
-दुर्गेश यादव, मऊ (गायन-ख्याल, तराना)
-मृदुल कुमार अवस्थी, कानपुर (गायन-धु्रपद, धमार)
-दुर्गेश यादव, मऊ (गायन-ठुमरी, दादरा)
-आमेय शंकर गंगानी (तबला वादन)
-प्रवीण कुमार, लखनऊ (पखावज वादन)
प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता 2021-22
युवा वर्ग-प्रथम स्थान
-निशा अहिरवार, वाराणसी (सितार वादन)
-सुधीर कुमार गौतम, विंध्यांचल (बांसुरी वादन)
-अदिति भारद्वाज, मेरठ (कथक नृत्य)
-अमन शर्मा, मेरठ (गायन-ख्याल, तराना)
-अलका द्विवेदी, कानपुर (गायन-धु्रपद, धमार)
-प्रियांशु घोष, गोरखपुर (गायन-ठुमरी, दादरा)
-सुकांत कृष्ण, मेरठ (तबला वादन)