110 वार्ड निगम क्षेत्र में
8 जोन में बंटा है नगर निगम
3 जोन में बांटे जाएंगे 110 वार्ड
2 दिन रेड जोन में विशेष सफाई अभियान
- 10 वार्डो को 3 जोन में बांटकर 2 दिन चलेगा विशेष सफाई अभियान
abhishekmishra@inext.co.in
LUCKNOW : कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए निगम प्रशासन ने सभी वार्डो को स्वच्छ बनाने का एक्शन प्लान तैयार किया है। जिसके अंतर्गत वार्डो को तीन जोन रेड, यलो और ग्रीन में बांटने की तैयारी की गई है। रेड जोन में आने वाले वार्डो में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा, वहीं यलो जोन में आने वाले वार्डो में भी सफाई व्यवस्था बेहतर की जाएगी। इसके लिए हर वार्ड में सर्वे भी शुरू करा दिया गया है।
इस तरह बांटेंगे जोन में
निगम प्रशासन की ओर से रेड, यलो और ग्रीन जोन में वार्डो को बांटने के लिए बिंदु निर्धारित किए गए हैं, जिनके आधार पर ही वार्डो के जोन का फैसला होगा। जो वार्ड इन बिंदुओं पर खरे नहीं उतरेंगे, वे रेड जोन में रखे जाएंगे। वहीं कुछ बेहतर स्थिति वाले यलो और हर बिंदु पर खरे उतरने वाले वार्ड ग्रीन जोन में रखे जाएंगे।
इस तरह लगाएंगे पता
निगम प्रशासन की ओर से वार्डो में सर्वे की जिम्मेदारी जोनल अधिकारियों और सफाई पर्यवेक्षकों को दी गई है। सर्वे के दौरान पब्लिक का फीडबैक भी लिया जाएगा। जिसके आधार पर भी वार्ड के जोन का फैसला होगा।
दो दिन का विशेष अभियान
नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो शनिवार और रविवार को विशेष सफाई अभियान चलेगा। एक्शन प्लान से साफ है कि शनिवार और रविवार को एक साथ एक रेड जोन के वार्ड और एक यलो जोन के वार्ड को लिया जाएगा। जिससे दोनों जोन में आने वाले वार्डो में बेहतर सफाई हो सके।
मैन पॉवर पर फोकस
रेड जोन में आने वाले वार्डो में प्रॉपर सफाई अभियान चलाने के साथ ही अतिरिक्त मैन पॉवर और मशीनरी लगाई जाएगी। वहीं ओपन डंपिंग प्वाइंट खत्म करने के लिए भी कूड़ा निस्तारण के लिए ईकोग्रीन और नगर निगम की गाडि़यां लगाई जाएंगी। निगम प्रशासन का प्रयास है कि एक माह में ऐसे वार्डो के ओपन डंपिंग प्वाइंट खत्म कर दिए जाएं।
18 से 20 फीसद वार्ड रेड जोन में
18 से 20 फीसद वार्ड रेड जोन में शामिल हो सकते हैं। सर्वे पूरा होने के बाद यह प्रतिशत बढ़ भी सकता है। उन वार्डो के रेड जोन में आने की संभावना है जो शहर के आउटर एरिया में हैं।
60 से 65 फीसद यलो जोन में
वर्तमान स्थिति को देखा जाए तो 60 से 65 फीसद वार्ड यलो जोन में शामिल हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि इन वार्डो में सफाई तो होती है लेकिन डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की स्थित बेहतर नहीं है और कई वार्डो में ओपन डंपिंग प्वाइंट भी हैं।
10 से 12 प्रतिशत ग्रीन जोन में
ग्रीन जोन में आने वाले वार्डो की संख्या बहुत अधिक नहीं हो सकती है। गोमतीनगर, इंदिरानगर, महानगर एरिया के अंतर्गत आने वाले वार्डो के ग्रीन जोन में आने की आश्ांका है।
एक-दो दिन में सर्वे पूरा
निगम प्रशासन का प्रयास है कि एक-दो दिन में सर्वे पूरा कराकर रिपोर्ट बनाई जाए, जिसके आधार पर वार्डो को तीन अलग-अलग जोन में बांटकर सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने की कवायद की जाए।
बाक्स
सर्वे में श्ामिल बिंदु
1. वार्ड में सफाई की स्थिति
2. वार्ड में कूड़ा कलेक्शन की स्थिति
3. ओपन डंपिंग प्वाइंट्स की संख्या
4. सफाई कर्मियों की संख्या
5. खाली प्लाटों की स्थिति
बाक्स
वार्ड 96 जैसे हों सभी वार्ड
गत वर्ष दिसंबर में हुई प्रदेशस्तरीय स्वच्छता वार्ड प्रतिस्पर्धा में वार्ड 96 राजीव गांधी सेकंड ने तीसरा स्थान हासिल किया था। इसकी वजह थी कि यहां डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, डेली सफाई आदि सभी बिंदुओं पर बहुत अच्छा काम किया गया था। पार्को के सौंदर्यीकरण पर भी पूरा ध्यान दिया गया था। ठीक उसी तरह 109 अन्य वार्डो में भी प्रयास करने की जरूरत है।
वर्जन
वार्डो में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए रेड, यलो और ग्रीन जोन का कॉन्सेप्ट लाया गया है। रेड जोन में आने वाले वार्डो में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। यलो और ग्रीन जोन में समय-समय पर सफाई अभियान चलाया जाएगा।
डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त
वेब लिंक
किस तरह के कदम उठाकर राजधानी की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सकता है