- यंगस्टर्स ने अपने ही अंदाज में मनाया प्रॉमिस डे

- आज मनाया जायेगा हग डे, किस डे कल

LUCKNOW: मौका चाहें खुशियों का हो या गम का सबसे पहले आपको अपने ही याद आते हैं। यही कारण है कि वेलेंटाइन वीक के प्रॉमिस डे पर लोग इन अपनों से जीवन में हर कदम पर साथ निभाने का वादा करते हैं। राजधानी में लोगों ने गुरुवार को पूरी जिंदादिली के साथ न सिर्फ प्रॉमिस डे मनाया, वहीं शुक्रवार को हग-डे मनाने की तैयारियां भी शुरू कर दीं।

साथ निभाने का किया वादा

वेलेंटाइन वीक में प्रॉमिस डे का अपना अलग ही महत्व है। इस दिन दोस्त, लवर्स, रिलेटिव सभी एक दूसरे को गले लगाकर सुख-दुख की हर घड़ी में साथ निभाने का वादा करते हैं। गुरुवार को प्रॉमिस डे पर पार्क, स्कूल, कॉलेज, मॉल आदि में लोग अपनों के साथ कुछ ऐसा ही प्रॉमिस करते नजर आए। इस दौरान लोगों ने एक दूसरे को गिफ्ट भी दिए, ताकि इस यादगार पल को और भी खुशनुमा बनाया जा सके।

हग-डे सेलिब्रेशन आज

वेलेंटाइन वीक का छठा दिन हग-डे अपनों को प्यार से गले लगाने के साथ मनाया जाता है। आपकी जिंदगी में जब भी कोई मुश्किल आती है तो आपको अपनों के साथ की जरूरत होती है। ऐसे वक्त में अपने ही काम आते हैं, क्योंकि वही आपकी मदद करते हैं

गले लगाते ही गुस्सा दूर

जब भी मुझे किसी बात पर गुस्सा आता है या परेशान होता हूं तो अपनी दोनो बेटियों रिदा और रायना को गले लगा लेती हूं। बेटियों को गले लगाते ही मेरी सारी परेशानी और गुस्सा तुरंत दूर हो जाता है। बेटियों को गले लगाते ही मन हल्का हो जाता है। मेरी बेटियां मेरे लिए हमेशा आत्मविश्वास बढ़ाने वाली साबित होती है।

निलोफर मेमन

मौसी को लगा लेती हूं गले

मैंने बचपन से मौसी संगीता के साथ ही ज्यादा समय बिताया है। वो जब भी मुझे मिलती हैं तो मैं उन्हें गले लगा लेती हूं। उनके गले लगते ही मुझमें एक नई ऊर्जा का संचार हो जाता है। हर साल की तरह इस साल में भी हग-डे उनके साथ ही मनाऊंगी। मेरी मौसी मेरे लिए किसी दोस्त से कम नहीं हैं। उनका साथ हमेशा मेरे लिए लकी रहता है।

स्नेहा शुक्ला

गले लगाते ही मन हो जाता है हल्का

मौका चाहें खुशी का हो या गम का मैं अपनी वाइफ प्रियम को गले लगाना नहीं भूलता हूं। उसको गले लगाते ही मेरा मन हल्का हो जाता है। हम दोनों एक दूसरे के लिए काफी लकी हैं। इस बार प्रॉमिस डे पर मैंने प्रियम से यही कहा है कि चाहें हालात कैसे भी हों, मैं उसका साथ कभी नहीं छोडूंगा। हम दोनों हमेशा इसी तरह साथ रहेंगे।

मनीष पंडित