- 75 हजार स्टूडेंट्स ने दिया था एग्जाम

- 5 हजार रुपये की हो रही डिमांड

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- लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स को धमकाने और पास कराने को लेकर आ रही कॉल

- एक ही नंबर का हो रहा इस्तेमाल कई स्टूडेंट्स ने जमा किये पैसे

LUCKNOW : पॉलीटेक्निक के फाइनल एग्जाम में फेल स्टूडेंट्स को पास करने के नाम पर गोरखधंधा चल रहा है। लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स को एग्जाम के बाद मूल्यांकन के दौरान उनके फेल होने की फोन पर सूचना देकर पैसे की डिमांड कर रहे हैं। इसमें उनके बैक लगने की जानकारी देकर पांच-पांच हजार रुपए की वसूली चल रही है। कई स्टूडेंट्स में इसको लेकर काफी असंतोष और डर बन गया है। प्राविधिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी मिलने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

फोन कर आंसर कॉपी का कार्ड और उत्तर बताकर मांग रहे पैसा

प्रदेश भर में 75 हजार स्टूडेंट्स ने लास्ट ईयर के एग्जाम दिये थे। एग्जाम के बाद प्रदेश के छह जिलों में मूल्यांकन का काम चल रहा है। इस बीच स्टूडेंट्स को फेल होने की जानकारी देकर उनसे पैसे ऐंठने का काम भी जोरो पर है। स्टूडेंट्स को उनकी उत्तर पुस्तिकाओं में लिखे हुए उत्तर और कोड की भी जानकारी देकर पुष्टि की जा रही है। इस डर से सैकड़ों स्टूडेंट्स अभी तक पैसे भी जमा कर चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ में सबसे ज्यादा फोन अब तक किये गए हैं। फोन करने वाला व्यक्ति उत्तर पुस्तिकाओं पर लिखी सही जानकारी दे रहा है। इससे स्टूडेंट्स की मुश्किलें बढ़ गयी हैं।

उत्तर पुस्तिकाओं पर लिखे नंबरों पर आ रहे फोन

पॉलीटेक्निक में फेल होने के डर से कई स्टूडेंट्स अपनी उत्तर पुस्तिकाओं पर अपने फोन नंबर लिख आते हैं ताकि स्टूडेंट्स और परीक्षक आपस में लेनदेन कर समझौता कर सकें। प्राविधिक शिक्षा परिषद पूर्व सचिव एसके सिंह ने ऐसी उत्तर पुस्तिकाओं को वेबसाइट पर जारी करने और ऐसे स्टूडेंट्स के परिणाम रोके जाने की पहल की थी, लेकिन वर्तमान में सचिव का पद खाली रहने से इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

संयुक्त सचिव के बाद इस पर कार्रवाई कब

बीते माह प्राविधिक शिक्षा परिषद संयुक्त सचिव केसी मिश्रा के फोन पर मऊ के साईं और वीएमआई कॉलेज फार्मेसी के साथ फोन पर पैसे ऐंठने के मामले में निलंबन की कार्रवाई की गई थी। ऐसे में स्टूडेंट्स के भविष्य को देखते हुए अब यह देखना होगा कि आखिर इस मामले में परिषद और शासन अधिकारियों की आंखें कब खुलती हैं। उधर, पैसे जमा करने, उत्तर पुस्तिकाओं पर नंबर लिखने और पैसे मांगने वाले के खिलाफ एग्जाम परिणाम से पहले कब कार्रवाई होती है।

कोट

इस संबंध में अभी तक किसी स्टूडेंट्स ने कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई हं। हालांकि, पैसे मांगने और स्टूडेंट्स की रिकॉर्डिंग सामने आई है। मामले की जांच कराई जाएगी और जल्द कार्रवाई होगी।

अभिमन्यु प्रसाद, सहायक प्राचार्य, अनुभाग तीन, प्राविधिक शिक्षा परिषद।