मेरठ (ब्यूरो)। आचार्य मनीष ने मेरठ में एक नये अस्पताल के साथ-साथ एकीकृत चिकित्सा विज्ञान संस्थान के एक नए केंद्र का शुभारंभ किया। यह पहला एकीकृत अस्पताल है जो अपने रोगियों का इलाज आयुर्वेद के साथ-साथ प्राकृतिक चिकित्सा, होम्योपैथी, यूनानी और आहार चिकित्सा के माध्यम से इलाज करता है। एचआईआईएमएस के डॉक्टरों ने किडनी विफलता, लिवर विफलता, कैंसर और थैलेसीमिया जैसी गम्भीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों का इलाज बड़ी सहजता से किया है।

मरीजों के लिए उम्मीद बनी
एचआईआईएमएस मेरठ केन्द्र के शुभारंभ के मौके पर योग गुरु आचार्य मनीष ने कहा कि एचआईआईएमएस में हमारा लक्ष्य किसी भी बीमारी के मूल कारण का पता लगाना है। इसके लिए हम विशेष तौर पर एकीकृत विज्ञान का इस्तेमाल करेंगे। किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी जैसे गुर्दे की विफलता, यकृत की विफलता या कैंसर जैसी पुरानी और गंभीर बीमारी ही क्यों न हो। न जाने कितने ही मरीजों के लिए हमारा आयुर्वेदिक इलाज उनके जीवन में आशा की किरण बनकर आया है।

ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर एचआईआईएमएस की डॉ। नेहा और डॉ। यामिनी मौजूद रहीं। इस दौरान डॉ। नेहा ने कहा कि विभिन्न अस्पतालों में बहुत समय और पैसा खर्च करने के बाद विभिन्न डायलिसिस रोगी हमारे अस्पताल में आते हैं। एचआईआईएमएस में हमारी टीम उन्हें आवश्यक उपचार प्रदान करने के लिए अथक प्रयास करती है।