मेरठ (ब्यूरो)। आईआईएमटी यूनिवर्सिटी में शोध पद्धति पर 10 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय डेवलपमेंट प्रोग्राम का सोमवार को समापन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रो। डॉ। महेन्द्र तिवाड़ी प्रति कुलपति, रजिस्ट्रार एवं डीन जयपुर स्कूल ऑफ लॉ महाराज विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी जयपुर राजस्थान ने शोध के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे। कॉलेज ऑफ लॉ के डीन अनिरूद्ध राम ने बताया कि इस 10 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में यूएसए, दुबई तथा दिल्ली, जयपुर, बीएचयू। वाराणसी, इलाहाबाद छत्तीसगढ़, कानपुर, देहरादून, सहारनपुर पटना, शाहजहांपुर, भोपाल एट्रानी उच्चतम न्यायालय नोएडा, सीकर राजस्थान आदि स्थानों से प्रवक्ताओं और प्रोफेसर्स ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया।

रिसर्स के बारे में बताया
विभागाध्यक्ष डॉ। एहतशामुद्दीन अंसारी ने शोध के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमें बेहतर शोध करने चाहिए। इस अवसर पर डॉ। अंसारी ने कहा कि आज के दौरान रिसर्च की बहुत जरूरत है। बेहतर शोध के लिए बेहतर कार्य करना भी जरूरी है। इसके बारे में स्टूडेंट्स को सिखाने की आवश्यकता है। इसके बाद डॉ। मिथिलेश ने स्टूडेंट्स को बताया कि शोध का क्या महत्व है और आज के समय में किस तरह की शोध की आवश्यकता है। हमारा शोध ऐसा होना चाहिए जो नया हो जिससे कुछ जानने को मिले जो लोगों को ना पता हो उसके बारे में भी पता लगे और शोध के फायदे हो।

प्रवक्ताओं ने भी रखे विचार
उन्होंने बताया कि इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए ही हमें रिसर्च करना चाहिए। कार्यक्रम में कालेज ऑफ लॉ के सभी प्रवक्ताओं ने अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया। इसमें डॉ। मिथिलेश कुमार यादव, डॉ। अमितेश आनंद, डॉ। आश डॉ। प्रदीप कुमार, डॉ। बृजेश कुमार, आनंद प्रतिभा मलिक, सृष्टि सिंगर, रजनीश वत्स, जुनेद अंसारी शाइस्ता कहकशा, कमलेश आदि मौजूद रहे।