मेरठ (ब्यूरो). मातृ मृत्यु दर में कमी लाने और गर्भवती को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से जिला महिला अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर बुधवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएसए) दिवस मनाया गया। इसके तहत गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच के तहत 483 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई।

काउंसलिंग कर सुरक्षित प्रसव की दी जानकारी
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (हाई रिस्क प्रेगनेंसी) की पहचान, पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के चयन के बारे में काउंसलिंग की। इसके साथ ही कोविड-19 से बचाव के लिये जारी किए गए जरूरी प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखा गया।

प्रसव से पूर्व जांच व देखभाल जरूरी
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ पूजा शर्मा ने बताया- जच्चा-बच्चा के बेहतर स्वास्थ्य व सुरक्षित प्रसव के लिए प्रसव पूर्व जांच व देखभाल (एएनसी) बेहद जरूरी है। इसके लिए जिले में जागरूकता भी बढ़ी है। गर्भावस्था के दौरान कम से कम चार प्रसव पूर्व जांच आवश्यक रूप से करानी चाहिए। हर गर्भवती की चार जांच- ब्लड प्रेशर, ब्लड टेस्ट,यूरिन टेस्ट, हीमोग्लोबिन जांच और अल्ट्रासाउंड की नि:शुल्क व्यवस्था रही। उन्होंने कहा- प्रत्येक गर्भवती महिला महत्वपूर्ण है एवं हर गर्भवती को विशेष देखभाल आवश्यक रूप से मिलनी चाहिए, जिससे समय पर खतरों की पहचान कर मातृ मृत्यु को कम किया जा सकता है।

483 गर्भवतियों की हुई जांच
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता इलमा अजीम ने बताया कि जनपद में बुधवार 483 गर्भवती की रक्त, यूरिन, ब्लड प्रेशर एवं वजन इत्यादि की जांच हुई। इसके साथ ही गर्भवती को कोविड.19 से बचाव के बारे में भी जानकारी दी गई। इस दौरान 48 गर्भवती उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली मिलीं, जिन्हें उच्च स्वास्थ्य इकाई पर उपचार के लिए रैफर किया गया है।