मेरठ में कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद अलर्ट, मेट्रो प्लाजा, मानसरोवर, संतविहार में घर-घर जांच

Meerut। जिले में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का मरीज मिलने के बाद जिले में स्वास्थ्य विभाग ने सर्च ऑपरेशन युद्धस्तर पर शुरु कर दिया है। इसके तहत बुधवार को संक्रमित इलाकों में जहां घर-घर जांच की, वहीं री-सैंपलिंग भी करवाई गई। इस दौरान मेट्रो प्लाजा, संतविहार, मानसरोवर इलाके में 350 से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए गए।

बढ़ गया अलर्ट

मेरठ मंडल में ब्रिटेन के स्ट्रेन का एक और केस मिलने के बाद कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को पूरी तरह अलर्ट रहने और शासन की गाइडलाइन का तुरंत पालन करवाने के निर्देश भी दे दिए हैं। इसके बाद विभाग ने मानसरोवर इलाके को भी सील कर दिया है।

22 टीमों ने की जांच

स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना अलर्ट के मामले में बुधवार को 12 टीमों से बढ़ाकर 22 टीमें गठित कर दी गईं। इसके बाद एंटीजन टेस्ट और आरटीपीसीआर सैंपल करवाए गए। इस दौरान 135 लोगों की जांच मानसरोवर इलाके में हुई, जबकि 221 लोगों की जांच संतविहार व मेट्रो प्लाजा क्षेत्र में हुई। 257 लोगों के सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजे गए हैं।

सभी की जांच

शासन के निर्देशों के तहत 23 नवंबर से 9 दिसंबर के बीच यूके से आने वाले सभी लोगों की जांच आरटीपीसीआर के जरिए करवाई जा रही है। अगर कोई मरीज पॉजिटिव मिलता है, तो उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिग के लिए आरटीपीसीआर लैब से तय लैब में भेजा जाएगा।

दुकानदारों को दी गई दवाइयां

सर्च ऑपरेशन के तहत मेट्रो प्लाजा में सभी दुकानदारों की टेस्टिंग की गई। जिन भी लोगों में बुखार, खांसी या अन्य कोई लक्षण मिला, उसे यूपीएचसी साबुन गोदाम की टीम ने दवाई देकर सर्विलांस के लिए लिस्टिंग कर लिया है।

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ। अशोक तालियान ने बताया कि नए स्ट्रेन से संक्रमित मिली बच्ची के परिजन पुराने स्ट्रेन से पॉजिटिव मिले हैं। इनमें एक की शॉप यहां स्थित है, ऐसे में एहतियात के तौर पर सबकी सैंपलिंग और जांच होनी बहुत जरूरी है।

करवाई जा रही री-सैंपलिंग

स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को कई इलाकों में री-सैंपलिंग भी की गई। इस दौरान लोगों के सैंपल लेकर आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे गए। डीएसओ डॉ। प्रशांत कुमार ने बताया कि शहर को सेफ रखने के लिए अधिक से अधिक लोगों की जांच होनी जरूरी है। एक बार निगेटिव आने के बाद व्यक्ति दोबारा कभी भी संक्रमित हो सकता है। ऐसे में कांटेक्ट में आए सभी लोगों की सैंपलिंग विभाग दोबारा करवा रहा है।

हम एक-एक कॉन्टेक्ट को ढूंढ़कर सैंपलिंग करवा रहे हैं। वहीं घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

डॉ। अखिलेश मोहन, सीएमओ