- मूल्यांकन शुरू हुआ नहीं पहले ही दिखने लगी लापरवाही

- दूसरे सब्जेक्ट में ड्यूटी लगा दी गई है, कैसे होगा मूल्यांकन

- प्रिंसीपल को बना दिया है निरीक्षक और निरीक्षक को डिप्टी हेड

Meerut मैं तो हिंदी का पुराना टीचर हूं, मेरी ड्यूटी इंग्लिश में लगा दी, मैं तो सोशियोलॉजी का टीचर हूं मुझे मैथ्स में लगा दिया है। जी हां यूपी बोर्ड ने इन निरीक्षकों के साथ कुछ ऐसी ही लापरवाही की गई है। मूल्यांकन में निरीक्षकों की गलत सब्जेक्ट में ड्यूटी लगाने की बड़ी लापरवाही परीक्षार्थियों का भविष्य खराब कर सकती है। मगर बोर्ड ने इस लापरवाही को अनदेखा किया है।

सोशियोलॉजी के टीचर को मैथ्स की कॉपी

बोर्ड ने सोशियोलॉजी के टीचर की ड्यूटी मैथ्स में लगा दी है। ब्रिजेश कुमार ने बताया कि वह सोशियोलॉजी के पुराने टीचर हैं और सोशियोलॉजी की ही कॉपी चेक कर सकते हैं, लेकिन बोर्ड ने उनकी ड्यूटी मैथ्स की चेकिंग में लगा दी है। वहीं इंटर की संस्कृत पढ़ाने वाली कुसुम पाल ने बताया कि उनकी ड्यूटी हिंदी सब्जेक्ट की कॉपी चेक करने के लिए लगा दी है। सीएलएम इंटर कॉलेज की अर्चना ने बताया कि वह हिंदी की टीचर है उनकी ड्यूटी इंग्लिश की कॉपी चेक करने में लगा दी गई है।

फिजिक्स की जगह बायो की कॉपी

हाईस्कूल का फिजिक्स पढ़ाने वाले लोकेश की ड्यूटी बायो की कॉपी जांचने में लगा दी गई है। आदर्श इंटर कॉलेज के फिजिक्स के पंकज का कहना है कि वह फिजिक्स के पुराने टीचर हैं, उनको बायो की कॉपी दे दी। वहीं जनता इंटर कॉलेज के टीचर अरुण जो दस साल से हिंदी पढ़ा रहे हैं। उनको इंग्लिश की कॉपी चेक करने के लिए दी गई है।

प्रिंसीपल को बनाया निरीक्षक

बोर्ड ने इस बार स्कूलों के प्रिंसीपल को निरीक्षक बना दिया है और निरीक्षक को डिप्टी हेड बना दिया है। प्रिंसीपल बिजेंद्र सिंह तोमर व सत्यप्रकाश को बोर्ड ने निरीक्षक बना दिया है। वहीं के निरीक्षक को डिप्टी हेड बना दिया है, जबकि नियमानुसार तो डिप्टी हेड सीनियर को बनाया जाता है।