मेरठ ब्यूरो। स्यूडोमीक्सोमा पेरिटोनाई कैंसर केस की जानकारी देने के लिए मंगलवार को आनंद हॉस्पिटल में प्रेस वार्ता हुई। इसमें वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डा। उमंग मित्तल ने बताया कि स्यूडोमीक्सोमा पेरिटोनाई बहुत ही रेयर कैंसर है। इस कैंसर की शुरुआत एपेंडिक्स या ओवरी से होती है। उसके कारणों का अभी पूरी तरह से पता नही चल पाया है लेकिन इसका प्रमुख लक्षण बिना किसी कारण से पेट का फूलना या पानी भरने जैसे महसूस होना होता है। जबकि पेट में यह पानी नही बल्कि जेली जैसा लिक्विड बनने लगता है। डा। उमंग मित्तल ने बताया कि इस तरह की बीमार एक लाख लोगों में चार या पांच लोगों को होती है।
दिल्ली से मंगाई गई विशेष मशीन
उन्होंने बताया कि बड़ौत ग्राम न्यू राम नगर निवासी 62 वर्षीय माया देवी स्यूडोमीक्सोमा पेरिटोनाई की समस्या से ग्रस्त थी। करीब नौ घंटे चले आपरेशन के दौरान इस पूरी झिल्ली को निकाला गया। उन्होंने बताया कि जिगर, पेशाब की थैली, बड़ी आंत के ऊपर जो झिल्ली होती है वहां पर यह जेल जमा हो जाता है गांठे बना लेता है। दोबारा कैंसर पनपने की संभावना न रहे इसके छोटे - छोटे कैंसर के स्पाटों को निकाला जाता है। इसके लिए दिल्ली से एक विशेष मशीन जिसे हाइपेक कहते हैं को मंगाया गया और कर महिला के पेट के अंदर कीमोथेरेपी की गई। इस मशीन के ट््यूब को शरीर के अंदर डाल कर 42 डिग्री सेल्सियस पर 90 मिनट तक कीमोथेरेपी की गई। इस आपरेशन के बाद महिला को तीन दिन वेंटीलेटर पर रखा गया। आपरेशन करने वाली टीम में उनके साथ डा। आशु मित्तल, डा। संजय अग्रवाल, डा। एनपी ङ्क्षसह, डा। विनीत बंसल, डा। अर्चित मित्तल, डा। अपार अग्रवाल शामिल रहे।