- हौसला पोषण योजना से लाभार्थियों को लाभ दें अफसर

Meerut : गर्भवती माताओं का पोषण बेहद आवश्यक है, ताकि वे एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके। अधिकारी ध्यान रखें कि गर्भवती महिला को मिलने वाला पौष्टिक आहार एवं आयरन की गोलियां समय पर उपलब्ध हों। विकास भवन सभागार में सोमवार को हौसला पोषण मिशन योजना के कार्यो की समीक्षा करते हुए विशेष सचिव वित्त शुभ्रा सक्सेना ने यह निर्देश अधिकारियों को दिए।

बच्चों का पोषण प्राथमिकता

विशेष सचिव वित्त ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनके विकास के लिए सरकार प्रयासरत है। ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा अब गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को अंागनबाड़ी केन्द्रों पर भोजन की व्यवस्था की गई है। जिसका गर्भवाती माताओं एवं बच्चों को लाभ दिलाना सभी संबंधितों का दायित्व है।

मानक के हिसाब से हो भोजन

सीडीओ विशाख जी ने बताया कि यह योजना 3 अगस्त से प्रारंभ हो गई है। उन्होंने बताया कि जनपद में 2076 आंगनबाड़ी केन्द्र है। ग्रामीण क्षेत्रों के 1734 आगनबाड़ी केंद्रों में यह योजना गुणवत्तापूर्वक संचालित है। उन्होंने बताया कि 23,373 गर्भवती महिलाएं पंजीकृत है जिसमें से 10,408 महिलाओं को पौष्टिक भोजन प्रदान किया जा रहा है। जनपद में 8191 बच्चे अतिकुपोषित पंजीकृत है जिनकों मानक के अनुसार पुष्टाहार प्रदान कराकर नियमित वजन भी कराया जा रहा है।

ये रहे मौजूद

बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्ञान प्रकाश तिवारी, जिला विकास अधिकारी अतुल मिश्रा, संयुक्त निदेशक अल्पसंख्यक एसएन पांडेय, जिला कृषि अधिकारी जसवीर सिंह तेवतिया, बेसिक शिक्षा अधिकारी मो। इकबाल आदि अधिकारी मौजूद थे।