वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी के जीएम एनएचएआइ और केंद्र सरकार को लिखेगे पत्र

सिवाया टोल प्लाजा फ्री कराने से छह लाख रुपये का नुकसान

Meerut। सिवाया टोल प्लाजा पर गुरुवार रात भाकियू के ट्रैक्टर-ट्राली रैली के आने से पहले ही प्रदर्शनकारियों ने टोल की सभी 12 लेन को फ्री करा दिया था, जो शुक्रवार सुबह सवा नौ बजे तक ट्रैफिक फ्री चालू रहा। 13 घंटे तक टोल फ्री चला, जिस वजह से वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी को करीब छह लाख रुपये नुकसान हुआ है। कंपनी के जीएम अब एनएचएआइ मुख्यालय और केंद्र सरकार को पत्र जारी कर टोल फ्री से हुए नुकसान का आंकड़ा प्रस्तुत करेगी।

चल रहा धरना

भाकियू संगठन की स्थानीय ईकाई का पिछले कई दिनों से सिवाया टोल प्लाजा पर कृषि बिल के खिलाफ धरना चल रहा है। गुरुवार रात सवा आठ बजे संगठन के कार्यकर्ताओं ने टोल प्लाजा के बूम उठाकर टोल फ्री करा दिया। विरोध करने पर टोल कर्मचारियों से कहासुनी भी हुई। जिसके बाद सभी 12 लेन फ्री हो गई। संगठन का आरोप था कि जिला प्रशासन से ट्राली वाले शौचालय और पीने के पानी की व्यवस्था कराने को कहा था, मगर समय से न होने पर टोल फ्री कराया गया। हालांकि एसडीएम सरधना ने बातचीत कर दोनों व्यवस्था कराईं। मगर, टोल फ्री शुक्रवार सुबह करीब सवा नौ बजे तक चला। 13 घंटे तक चले टोल फ्री से वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी को छह लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। टोल प्लाजा कंपनी के जीएम वैभव शर्मा ने बताया कि छह लाख रुपये का नुकसान हुआ है, जिसके संदर्भ में एक पत्र एनएचएआइ के अलावा केंद्र सरकार को भी भेजा रहा है।

भाकियू की ट्रैक्टर रैली से हाईवे-58 हुआ जाम

भाकियू की ट्रैक्टर-ट्राली रैली की वजह से हाईवे-58 पर पर शुक्रवार सुबह भीषण जाम लग गया। हाईवे के सभी कट, संपर्क मार्ग, समेत मुख्य हाईवे पर भी वाहनों की लंबी कतार लग गई। सिवाया टोल प्लाजा जब रैली चली, उसके बाद से पल्लवपुरम, मोदीपुरम, जिटौली फ्लाईओवर, खिर्वा कट, वेदव्यासपुरी के सामने तक जाम में फंसे राहगीर पसीना-पसीना हो गए। संबंधित थाना पुलिस भी जाम वाली जगहों पर मौजूद थी, मगर सभी मूकदर्शक बने थे। हाईवे-58 तक एनएचएआइ के द्वारा जब से तीन नए फ्लाईओवर चालू किए गए हैं, तब से हाईवे पर जाम नजर नहीं आता। मगर, शुक्रवार को जब भाकियू की ट्रैक्टर रैली सिवाया टोल प्लाजा से गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना हुई तो हाईवे पर जगह-जगह जाम लग गया। भाकियू कार्यकर्ता रैली को बीच सड़क पर कई जगह रोककर खड़े रहे, जिस वजह से राहगीरों को रैली के पीछे ही रूकना पड़ा। खुफिया एजेंसी और स्थानीय पुलिस भी रैली के साथ थी, मगर रैली को बीच सड़क से किनारे चलाने के लिए किसी ने पहल नहीं की, जिस वजह से आमजन को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यहीं नजारा वेदव्यासपुरी के आगे तक तका था।