- सरधना चर्च में क्रिसमस पर जागरण मिस्सा का आयोजन

Sardhana : क्रिसमस के पर्व पर सरधना चर्च में गुरुवार मध्य रात्रि प्रभु यीशु के जन्म के अवसर पर जागरण मिस्सा का आयोजन किया गया, जिसमें पल्ली पुरोहित फादर जॉन मेंडोंसा ने क्रिसमस पर्व का संदेश देते हुए कहा कि दुनिया को पापों से मुक्ति दिलाने को प्रभु यीशु ने गंदगी की प्रतीक 'गोशाला' में जन्म लिया।

विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन

नगर स्थित ऐतिहासिक सरधना चर्च में गुरुवार रात साढ़े 11 बजे से विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें चर्च प्रबंधक पाकीनाथन, पल्ली पुरोहित फादर जॉन मेंडोंसा, फादर केवी जॉर्ज आदि ने क्रिसमस की जागरण मिस्सा कराई। मध्य रात्रि ठीक 12 बजते ही घंटे-घडि़याल बजाकर बालक यीशु के आगमन की सूचना दी गई। इसी के साथ प्रभु यीशु के जन्म पर ख्रीस्त जयंती गीत व भजन भी गाए। फादर ने प्रभु यीशु के आगमन का संदेश सुनाया। उन्होंने कहा कि इस प्यारी रात में सूर्य के सो जाने के बाद भी सारा संसार जाग रहा है। सारा अंधकार दूर करने के लिए एक नया सूर्य उदय हो रहा है। जो हमारे मन को प्रकाशित करता है, हमारे हृदय को ऊर्जा से ओत-प्रोत रखता है। वह स्वर्ग और पृथ्वी का सृजनहार, देव कुमार हमारा मुक्तिदाता यीशु ख्रिस्त है। उन्होंने कहा मनुष्य ईश्वर के प्रेम को नहीं समझ पाता। इसी कारण प्रभु ने मनुष्य के रूप में जन्म लिया है।

मनुष्य सभी के कल्याण को आगे आए

प्रभु ने गोशाला में जन्म लिया। जो गंदगी का प्रतीक है। प्रभु का संदेश है कि दुनिया पापों से भर गई है, जिसका उद्धार करने के लिए वे संसार में आए हैं। ईसा के जन्म का सबसे बड़ा संदेश यही है कि मनुष्य सभी के कल्याण के लिए आगे आए। फादर ने क्रिसमस की आशीष सभी पर बने रहने की प्रार्थना की। क्रिसमस के जागरण मिस्सा में सरधना के आम विश्वासियों के अलावा समस्त संस्थाओं के फादर्स, सिस्टर्स, ब्रदर्स शामिल रहे।

हजारों श्रद्धालुओं के आने की संभावना

शुक्रवार को क्रिसमस पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं के चर्च पहुंचने की संभावना है। क्रिसमस के अवसर पर चर्च में चरनी की भव्य झांकी सजाई गई है। इसके अलावा संत जॉन सेमिनरी, आईएमएस गुरुकुल व संत चा‌र्ल्स इंटर कॉलेज में भी चरनी की झांकी सजाई गई है। जिन्हें क्रिसमस पर आम लोगों के दर्शन के लिए खोला जाएगा। इस अवसर पर चर्च के बाहर मेला भी लगेगा। कुछ दुकानें बुधवार को ही सज गई।